अगर आपको किसी फल या सब्जी की कीमत की लाखों रुपये बताई जाए तो शायद ही आप भरोसा करेंगे. हालांकि, देश-दुनिया में कई ऐसे फल और सब्जियां मौजूद हैं, जो लाखों में बिकते हैं. ये फसल काफी दुर्लभ भी माने जाते हैं. इनकी खेती के लिए विशेष परिस्थितियों का ख्याल रखा जाता है. इनमें से कुछ की बकायदे नीलामी होती है.
यूबरी मेलन को दुनिया का सबसे महंगा फल भी माना जाता है. मसाला बॉक्स फूड नेटवर्क के मुताबिक, 2021 में इस फल को 18 लाख रुपये में बेचा गया तो वहीं, 2022 में इसकी नीलामी तकरीबन 20 लाख रुपये में हुई. इस फल को तैयार होने में कुछ 100 दिन लगते हैं.
ये महंगा इसलिए होता है क्योंकि इसकी खेती में काफी मेहनत लगती है. इसे काफी कम रकबे में उगाया जाता है. धूप से सुरक्षित रखने के लिए इस फल को विशेष टोपियों से ढका जाता है, सही आकृति और मिठास वाले इसके फलों को ही बिक्री में नीलामी के लिए चयनित किया जाता है. बाकी को बेकार समझा जाता है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
रूबी रोमन अंगूर भी सबसे महंगे फलों में से एक माना जाता है. इसे जापान के इशिकावा में उगाया जाता है. आकार में ये अन्य अंगूरों की तुलना में 4 गुना बड़ा होता है. साथ ही ये अन्य अंगूरों की तुलना में ज्यादा मीठा और रसभरा होता है. इसके एक गुच्छे में 24-26 अंगूर होते हैं.
साल 2022 में नीलामी के दौरान इस अंगूर के पूरे गुच्छे को 8.8 लाख रुपये तक में बेचा गया था. ishikawafood वेबसाइट के मुताबिक, जापान के इशिकावा में अंगूर किसानों ने साल 1998 में प्रीफेक्चुरल एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर से एक लाल रंग के अंगूर के किस्म को विकसित करने को कहा था. इसके बाद ही वैज्ञानिकों ने इस अंगूर को विकसित किया था. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
ताईयो नो तामागो आम इतना महंगा होता है कि इस आम को खरीदने के बारे में आम आदमी सपने में भी नहीं सोच सकता है. आमतौर पर यह आम जापान के क्यूशू प्रान्त के मियाजाकी में प्रमुख रूप से पाया जाता है. वहीं, यह भारत में बिहार के पूर्णिया और मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में भी पाया जाता है. अंतराष्ट्रीय बाजार में इस आम की कीमत 2.7 लाख रुपये है.
विशेषज्ञों का कहना है कि ये आम जब पूरी तरह से पक जाता है तो इसका वजन 900 ग्राम तक पहुंच जाता है. साथ ही इसका रंग हल्का लाल और पीला हो जाता है और इसकी मिठास भी सबको अपनी तरफ आकर्षित करती है. इसके अलावा इसमें अन्य आमों के मुकाबले रेशे बिल्कुल नहीं पाए जाते हैं. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
जापान में उगाए जाने वाले स्क्वॉयर तरबूज की कीमत 100 डॉलर (लगभग 6,500 रुपये) से शुरू होती है. इसकी औसतन कीमत 16 हजार रुपये के आस-पास है. जिस साल इसकी ठीक-ठाक उपज नहीं हुई तो उस दौरान ये 41 हजार रुपये तक बिकता है.
इस तरबूज को उगाने में नए तरह के बीज या अनुवांशिकता में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. यह तरबूज जब बेल पर चढ़ ही रहा होता है, तो इसे एक पारदर्शी बॉक्स में रखा जाता है. यह तरबूज के परिपक्व आकार से छोटा होता है. दबाव पड़ने की वजह से इसका आकार छोटा हो जाता है. प्राकृतिक रूप से ये गोल तरबूज ही होता है, जिसके आकार में हेरफेर किया जाता है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
इटैलियन व्हाइट अल्बा ट्रफल हांगकांग और इटली के कुछ शहरों में पाई जाती है. इसे खरीदने के लिए बोली लगाई जाती है और सबसे महंगी बोली पर ही इसकी नीलामी होती है. 13 नवंबर 2022 की नीलामी में इसपर 1.90 लाख डॉलर यानी करीब साढ़े 15 लाख रुपये की बोली लगी थी. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.