Nirmala Sitharaman Speech, Agriculture Sector: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी 1 फरवरी को संसद में आम बजट पेश किया. इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चमकता हुआ सितारा माना है. दुनिया में भारत का कद बढ़ा है. भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में चल रही है और सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है. साथ ही, निर्मला सीतारमण ने कृषि क्षेत्र के लिए अहम ऐलान किए.
अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने किसानों की बेहतरी के लिए तमाम ऐलान किए. निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी. युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी. वहीं, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन को ध्यान में रखते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये करने का ऐलान किया है.
The agricultural credit target will be increased to Rs 20 lakh crores with a focus on animal husbandry, dairy and fisheries: FM Sitharaman pic.twitter.com/A8rOgufZK2
— ANI (@ANI) February 1, 2023
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप्स को प्राथमिकता दी जाएगी. इसके लिए युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड बनाया जाएगा.
कृषि क्षेत्र में डिजिटल ग्रोथ पर जोर
वित्तमंत्री ने आम बजट में मिलेट्स की पैदावार में इजाफा करने का ऐलान किया है. मिलेट्स को उन्होंने 'श्री अन्न' नाम से संबोधित करते हुए कहा कि इसके लिए हम किसानों को प्रोत्साहित करेंगे. वहीं, डिजिटल इंफ्रा फॉर एग्रीकल्चर के जरिए किसानों की समस्याओं के समाधान की कोशिश करने की बात भी कही. वित्तमंत्री ने कहा कि इससे फसल, मार्केट इंटेलिजेंस और एग्रीटेक उद्योग एवं स्टार्टअप में मदद मिलेगी.
Over the next 3 years, one crore farmers will get assistance to adopt natural farming. 10,000 bio input resource centres will be set up: FM Nirmala Sitharaman#UnionBudget2023 pic.twitter.com/jcbHRS75ZW
— ANI (@ANI) February 1, 2023
वित्त मंत्री ने हस्तशिल्प और अन्य वस्तुओं के निर्माण में लगे सीमांत श्रमिकों के लाभ के लिए एक नई पीएम विकास योजना की घोषणा भी की. बता दें, बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने बागवानी की उपज के लिए 2,200 करोड़ की राशि आवंटित करने की बात कही है. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले तीन साल में 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए सहायता मिलेगी. इसी के साथ 10,000 जैव इनपुट संसाधन केंद्र स्थापित किए जाएंगे.