उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतिवृष्टि और ओले से प्रभावित फसलों के लिए नौ जनपदों के किसानों को 23 करोड़ रुपये की राशि मुआवजे के तौर पर देने का फैसला किया है. इस धनराशि को मुआवजे के वितरण के लिए एडवांस के रूप में स्वीकृत किया गया है. यूपी की राजधानी लखनऊ में आज हुई कैबिनेट मीटिंग में किसानों के लिए कई अहम फैसले लिए गए. लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का ये फैसला किसानों को राहतभरी सौगात देने जा रहा है.
किसानों को मिलेगी मुफ्त बिजली
कैबिनेट मीटिंग में किसानों को ट्यूबवेल के लिए मुफ्त बिजली और फसलों के नुकसान पर मुआवजा जैसे प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई.इसके अलावा किसानों को मु्फ्त बिजली देने के संबंध में भी आदेश जारी कर दिए गए हैं. योगी सरकार का ये निर्णय किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा है. वहीं किसानों के पक्ष में ये फैसले लेकर राज्य सरकार ने बीजेपी के साल 2022 के संकल्प पत्र का एक और वादा निभाया है.
इन जिलों के किसानों को मिलेगा मुआवजा
जिन जिलों के लिए राशि मंजूर की गई है उनमें बांदा, बस्ती, चित्रकूट, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, सहारनपुर और शामली शामिल हैं. ये कुल 9 जिले हैं जिनके लिए सरकार ने एडवांस के तौर पर 23 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. सरकारी आदेश के मुताबिक, बांदा के लिए 2 करोड़, बस्ती के लिए 2 करोड़, चित्रकूट के लिए 1 करोड़, जालौन के लिए 5 करोड़, झांसी के लिए 2 करोड़, ललितपुर के लिए 3 करोड़, महोबा के लिए 3 करोड़, सहारनपुर के लिए 3 करोड़ और शामली के लिए 2 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है.
बता दें कि पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश और ओलावृष्टि की वजह से एक तरफ जहां तापमान में काफी गिरावट आ गई है. वहीं दूसरी तरफ इसका सीधा असर फसलों पर पड़ा है. तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि की वजह से गेहूं, सरसों और आलू की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को फील्ड में जाकर ओलावृष्टि व बारिश से अन्नदाता किसानों की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे करने का निर्देश दिया था.