जिन विदेशी फलों का भारत में उत्पादन किया जा रहा है उनके निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में केंद्र सरकार आगे बढ़ रही है. इसी कड़ी में गुजरात और पश्चिम बंगाल के किसानों के खेतों में उगाए गए फाइबर और खनिज से भरपूप ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेप को पहली बार लंदन और बहरीन भेजा गया है. बता दें कि ड्रैगन फ्रूट को भारत में कमलम (Kamalam) भी कहा जाता है.
विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की जिस खेप को लंदन को निर्यात किया गया है, उसे कच्छ क्षेत्र के किसानों से प्राप्त किया गया और गुजरात के भरूच में एपीडा पैकहाउस द्वारा निर्यात किया गया. जबकि बहरीन को निर्यात किए गए ड्रैगन फ्रूट की खेप को पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के किसानों से प्राप्त किया गया और कोलकाता में एपीडा पंजीकृत उद्यमों द्वारा निर्यात किया गया है.
In a major boost to exports of exotic fruit, consignments of fiber & mineral rich ‘#dragonfruit’ also referred as Kamalam, have been exported for the 1st time to #London, United Kingdom & Kingdom of #Bahrain. The consignments were sourced from #farmers of #Gujarat & #WestBengal pic.twitter.com/7scJf24qco
— APEDA (@APEDADOC) August 3, 2021
महाराष्ट्र का ड्रैगल फ्रूट का दुबई किया गया था निर्यात
इससे पहले जून 2021 में ड्रैगन फ्रूट की एक खेप को महाराष्ट्र के सांगली जिले के तडासर गांव के किसानों से प्राप्त किया गया था. जिसे एपीडा द्वारा दुबई को निर्यात किया गया था.
भारत में कब से शुरू हुई ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन?
भारत में ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन 1990 के दशक की शुरुआत में किया गया था. जिसके बाद इसे घरेलू उद्यानों के रूप में उगाया जाने लगा. ड्रैगन फ्रूट का निर्यात मूल्य अधिक होने की वजह से हाल के वर्षों में देश में इसकी काफी लोकप्रियता बढ़ी है. विभिन्न राज्यों के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं.
इन देशों में होती है ड्रैगल फ्रूट की पैदावार
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए पानी की कम जरूरत होती है. ड्रैगन फूट की पैदावार प्रमुख रूप से मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम जैसे देशों में की जाती है.
ड्रैगन फ्रूट की किस्में
कमलम की तीन मुख्य किस्में हैं. जिसमें गुलाबी सफेद, गुलाबी लाल और पीला सफेद रंग वाले ड्रैगन फ्रूट शामिल हैं.
भारत के इन राज्यों में होती है ड्रैगन फ्रूट की खेती
मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय में ड्रैगन फ्रूट (कमलम फल) ज्यादातर कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में उगाया जाता है. पश्चिम बंगाल नया राज्य है, जो अब ड्रैगन फ्रूट की खेती करने लगा है.