उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में भूसा बनाने की मशीन से निकली चिंगारी में डेढ़ दर्जन से अधिक गांव में किसानों की खड़ी फसल जलकर राख हो गई. दमकल की कई गाड़ियों ने मिलकर आग पर किसी तरह काबू पाया. आग इतनी भयावह हो गई थी कि बगल के जिले कुशीनगर से भी गाड़ियां मंगवानी पड़ी. जिलाधिकारी ने बताया कि किसानों को उनकी फसल के नुकसान का मूल्यांकन कराया जा रहा है, जिसके बाद मुआवजा दिया जाएगा.
भूसा बनाने की मशीन से निकली चिंगारी में किसानों की 225 एकड़ के करीब फसल किसानों की आंखों के सामने ही देखते-देखते जलकर राख हो गई. इस घटना में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए. देखते-ही-देखते आग की लपटों में किसानों की कमाई और मेहनत धूं-धूं कर जल गई.
इस घटना पर काबू पाने के लिए दमकल की कई गाड़ियां दिनभर आग बुझाती रहीं. आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बगल के जनपद कुशीनगर से भी दमकल की गाड़ियां बुलानी पड़ गईं, लेकिन तब तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था.
इस घटना में किसानों की लगभग 225 एकड़ फसल जलकर राख हो गई. जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने किसानों से अपील की है कि जब तक खड़ी फसल कट नहीं जाती तब तक किसान स्ट्रॉ-रीपर मशीनों का उपयोग न करे. डीएम ने बताया कि इसके लिए गांवों में चौपाल के माध्यम से भी जागरूक किया जाएगा. साथ ही, आग की घटना से किसानों के नुकसान का भी मूल्यांकन कराया जा रहा है. जो भी मुआवजा बनेगा उसे जल्द ही किसानों को दिया जाएगा.