भारतीय रेलवे की किसान रेल (Kisan Rail) की मदद से फलों, सब्जियों और अन्य कृषि उत्पादों को राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने में मदद मिल रही है. किसान रेल से फलों और सब्जियों के परिवहन पर किसानों को खाद्य प्रसंस्करण और उद्योग मंत्रालय की ओर से किराये में 50 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है. जिससे किसान अपनी उपज का बेहतर मूल्य पा सकें.
इसी कड़ी में गुजरात के वडोदरा से केले और चीकू लेकर किसान रेल (Kisan Rail) दिल्ली के आदर्शनगर स्टेशन के लिए रवाना हुई है. रेल मंत्रालय ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. रेलवे के मुताबिक गुजरात के वडोदरा से रविवार को किसान रेल 200.5 टन केला और 7.6 टन चीकू लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई जो आज यानी सोमवार को पहुंचेगी. उपज को नया बाजार मिलने से किसानों को लाभ मिलेगा.
#KisanRail departs from Vadodara, Gujarat to Adarshnagar, Delhi carrying 200.5 tonnes of Raw Banana and 7.6 tonnes of Chickoo in 21 GS.
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 29, 2021
With Kisan Rail, farmers have access to new markets helping them get better cost of their produce. pic.twitter.com/Wnyaq2XexB
किसान रेल से किसानों को क्या लाभ?
किसान रेल की मदद से किसानों की उपज एवं उत्पादों की पहुंच नए बाजारों तक हुई है. जिससे उन्हें कम समय और कम किराये में अच्छा दाम मिल सके. बता दें कि केंद्रीय बजट 2020-21 में किसान रेल चलाने का ऐलान किया गया था. किसान रेल चलाने का मकसद कृषि उत्पादों, फलों, सब्जियों और डेयरी उत्पादों को उनके उत्पादन और अधिकता वाले स्थानों से खपत वाले दूसरे इलाकों में भेजना है. किसान रेल के जरिए परिवहन पर किसानों को भाड़े में 50 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है. ऐसे में किसान रेलवे की इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं.