किसानों की आय बढ़ाने और खेती में उनकी लागत कम करने के लिए सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में राजस्थान के किसानों को बिजली के बिल पर 1000 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. बता दें कि ये सब्सिडी सिर्फ उन्हीं किसानों को दी जाती है, जिनका पूर्व में किसी भी प्रकार का बिजली बिल बकाया नहीं है.
कृषि लागत कम करने के लिए शुरू की गई योजना
महंगे बिजली के चलते किसान अपने खेतों की सिंचाई सही तरीके से नहीं कर पा रहे थे. इससे कृषि लागत में इजाफा होने के साथ-साथ, उनकी फसलों की उपज भी प्रभावित हो रही थी. ऐसे में राजस्थान सरकार द्वारा कृषि लागत कम करने और किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए किसान मित्र ऊर्जा योजना की शुरुआत की थी.
सिंचाई समस्या का हुआ हल
किसान मित्र ऊर्जा योजना के आने से किसानों की सिंचाई की समस्या काफी हद तक कम हुई है. सही समय पर बिजली मिलने से उनकी फसल की सिंचाई की जरूरत पूरी हो ही रही है. साथ ही में बिजली पर अनुदान मिलने से उनकी जेब पर भी भार नहीं पहुंच रहा है. राजस्थान सरकार के मुताबिक तकरीबन 7 लाख 85 हजार किसानों के बिजली के बिल को शुन्य भी किया जा चुका है.
बिजली, बैंक खाता और आधार को करें लिंक
राजस्थान किसान मित्र ऊर्जा योजना के तहत यदि किसी किसान का बिजली बिल 1000 रुपये से कम है तो उसके वास्तविक बिल और अनुदान राशि के बीच का अंतर उसके बैंक खाते में जमा किया जाएगा. इससे किसानों को बिजली बचाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.इस अनुदान को पाने के लिए किसान को अपना बिजली खाता नंबर और बैंक खाता नंबर आधार से लिंक कराना होगा.
योजना की पात्रता
>केवल सामान्य श्रेणी के ग्रामीण मीटर और फ्लैट रेट श्रेणी के कृषि मीटर पर ही सब्सिडी दी जाएगी
>किसान को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए.
>किसान के आधार संख्या तथा बैंक संख्या लिंक होने चाहिए.
यहां करना होगा आवेदन
मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना का रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवेदक को सबसे पहले अपने नजदीकी बिजली विभाग में जाना होगा. आवेदन के साथ उन्हें अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, फोटो जैसी जानकारी भरनी होगी और बिजली बिल की रसीद, आधार फोटो कॉपी संलग्न करनी होगी.