हरियाणा में आगामी 25 सितंबर 2021 से खरीफ सीजन (Kharif Crops) की फसलों की खरीद शुरू हो जाएगी. राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने इस बात की जानकारी दी है. चौटाला ने कहा कि हरियाणा में धान की खरीद 25 सितंबर से और बाजरा की खरीद 01 अक्टूबर से शुरू होगी.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 25 सितंबर से शुरू हो रहे खरीफ सत्र की फसलों की बिक्री के लिए मंडियों में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखें. साथ ही उन्होंने अधिकारियों से मंडियों में शेड, सड़क, पैकेजिंग बैग, तौल मशीन तैयार करने को भी कहा है, जिससे किसानों को कोई दिक्कत न हो.
15 नवंबर तक चलेगी खरीफ फसल की खरीद
उपमुख्यमंत्री ने शुक्रवार को खाद्य, आपूर्ति और उपभोक्ता विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि राज्य भर में खरीफ फसलों की खरीद की तैयारी जोरों पर चल रही है. राज्य सरकार धान की फसल की खरीद 25 सितंबर से शुरू करेगी जो 15 नवंबर तक चलेगी. जबकि बाजरा, मक्का और मूंग जैसी फसलों की खरीद 01 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच की जाएगी.
किस फसल की खरीद के लिए कितने केंद्र?
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस साल धान खरीद के लिए करीब 200 खरीद केंद्र बनाए जाएंगे. इसी तरह बाजरा के लिए 86, मक्का के लिए 19 और मूंग के लिए 38 खरीद केंद्र होंगे.
जानिए खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य
चौटाला ने कहा कि सरकार ने इस खरीफ सत्र में धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 1,940 रुपये प्रति क्विंटल, बाजरा 2,250 रुपये, मक्का 1,870 रुपये और मूंग 7,275 रुपये और मूंगफली का 5,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है.
फसल को बाजार में बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी
चौटाला ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपनी फसल को बाजार में बेचने के लिए अपना पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए 31 अगस्त तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण यानी रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. चौटाला ने कहा कि अब तक 2.9 लाख से अधिक किसानों ने धान बेचने के लिए, 2.45 लाख बाजरा के लिए और 66,000 मूंग बिक्री के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.