Tomato Cultivation: भारत एक कृषि प्रधान देश है. लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में किसानों को उसकी फसल की सही कीमत नहीं मिलती. जिसके चलते कई बार किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है और मजबूरन फसल नष्ट करनी पड़ती है. ऐसा ही कुछ तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के अल्लापुरम में हुआ है।
यहां रहने वाले एक किसान ने अपनी चार एकड़ जमीन में उगाए गए टमाटरों को नष्ट कर दिया है. दरअसल, 41 वर्षीय शिवकुमार ने सीजन के लिए टमाटर की खेती की थी लेकिन, उन्हें इससे कुछ लाभ नहीं हुआ. उन्होंने खुद ही अपने ट्रैक्टर से खेती को पूरी तरह से नष्ट कर दिया. शिवकुमार ने बताया कि फसल में जो लागत लगी है. वह नहीं निकाल रही. इसीलिए वे फसल नष्ट करने के लिए मजबूर है.
शिवकुमार ने बीज डालने, खरपतवार हटाने, खेत में खाद डालने, फल तोड़ने के लिए श्रमिकों को भुगतान करने और फिर मालवाहक वाहन में टमाटर लोड करने के लिए लगभग 1.5 लाख रुपये खर्च किए हैं. इन सब खर्चों के बाद टमाटर केवल पांच रुपये किलो खरीदा जा रहा है.
शिवकुमार ने कहा कि अगर इसमें सरकार हस्तक्षेप करे और कम से कम 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर खरीद ले तो किसान बच जाएंगे. उन्होंने कहा कि कोई किसान खुद अपनी फसल को कभी खराब करना नहीं चाहेगा. उन्होंने उम्मीद जताई की सरकार किसानों की मदद को आगे आएगी.
शिवकुमार ने अपनी फसल उसी दिन नष्ट की जब राज्य के कृषि मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वन ने तमिलनाडु में कृषि क्षेत्र के उत्थान का वादा करते हुए कृषि बजट पेश किया.
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