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पीलीभीत से औरैया तक, बेमौसम बरसात में बर्बाद हुई गेहूं की फसल, किसान बेहाल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज बारिश के आसार हैं लेकिन 2 अप्रैल से यूपी के सेंट्रल पार्ट के मौसम में बदलाव हो जाएगा और फिर से मौसम ऋतु के अनुसार पटरी पर आ जाएगा.

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farmers suffer huge losses as heavy rain and hailstorm lashes in UP
farmers suffer huge losses as heavy rain and hailstorm lashes in UP

देश के कई इलाकों सहित उत्तर प्रदेश के मौसम ने भी एक बार फिर करवट ले ली है. बिन मौसम बरसात और ओले पड़ने से तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है. हालांकि गर्मी के मौसम में तापमान गिरने से राहत मिली है. लेकिन अचानक मौसम बदलने से और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है.

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यूपी के मौसम का हाल

उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि 1 अप्रैल को यूपी के सेंट्रल पार्ट में हल्की बारिश होगी. साइंटिस्ट दानिश ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज बारिश के आसार हैं लेकिन 2 अप्रैल से यूपी के सेंट्रल पार्ट के मौसम में बदलाव हो जाएगा और फिर से मौसम ऋतु के अनुसार पटरी पर आ जाएगा. मोहम्मद दानिश बताते हैं कि आगामी तीन और चार तारीख को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ जब पास होगा तो वेस्टर्न क्षेत्र में डिस्टर्बेंस रहेगा लेकिन ईस्टर्न पार्ट में आज के बाद से मौसम क्लियर रहेगा. मौसम विभााग के वैज्ञानिक दानिश ने यह भी बताया कि 1 अप्रैल को अधिकतम तापमान 28 डिग्री रहेगा और न्यूनतम तापमान 18 से 19 डिग्री तक होगा. हवा की रफ्तार के बारे में जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि हवा की रफ़्तार 8 से 13 किलोमीटर प्रति घण्टा रहेगी.

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मुजफ्फरनगर के किसानों पर मार

वहीं, बदलते मौसम के कारण जिस तरीके से बारिश और ओले गिरे हैं उससे किसानों को नुकसान पहुंच रहा है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में हुई बरसात ने किसानों को चोट पहुचाने का काम किया है. बेमौसम हुई इस बरसात ने खेतों में खड़ी गेंहू की तैयार फ़सल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. मुज़फ्फरनगर जनपद के मौसम अधिकारी पानसिंह की माने तो मार्च हो रही बरसात से तकरीबन सभी फसलों को नुकसान है. पानसिंह ने कहा कि मार्च के महीने में जहां लगभग 80 मिलीमीटर बरसात हुई है तो वहीं गुरुवार की देर शाम तेज़ हवाओं के साथ 21.0 मिलीमीटर बारिश हुई है. जो काफी नुकसानदायक है.

पीलीभीत के किसान पर डबल मार

खेतों में बिछी गेहूं की फसल

पीलीभीत जिले की बात करें तो किसानों की खेती पर मार पड़ी है. अभी पिछली बरसात का पानी खेतों से निकला भी नहीं था और फिर तेज हवा के साथ बरसात हो गई है. जिससे किसान मुसीबत में आ गए हैं. पिछली बरसात में गेहूं गिर गया था. किसान इतने परेशान हो गए थे कि उन्होंने अपनी गेंहू की फसल को जोत दिया था. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एसएस ढाका ने बताया कि पिछली बरसात में गेहूं गिर चुका था और अब हवा और बरसात ने इस गेहूं की फ़सल को और नुकसान पहुंचाया है. इन दिनों जो फसल कटने लगती थी, वो अब 1 सप्ताह बाद से कटेगी, जो गेहूं खेतों में गिर गया है उसमें करीब 20 से 30% गेहूं कम निकलेगा, वहीं जो गेहूं खड़ा है और जिस में बाली देर से आई है उसमें भी 8-10% पैदावार में कम होगी.

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औरैया के किसानों का हाल

यूपी के औरैया की बात करें तो यहां भी वर्षा ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं,जहां पर किसानों की गेहूं की तैयार फसल पर काफी प्रभाव पड़ा है. किसानों की फसल तैयार खड़ी थी और किसान फसल कटने की तैयारी कर रहे थे लेकिन बिन मौसम बारिश ने फसल को भिगो दिया और अब कम से कम 15 दिन किसानों को इंतजार करना पड़ेगा उसके बाद ही फसल काटी जा सकती है.

हमीरपुर के किसान प्रभावित

हमीरपुर जिला भी बिगड़े मौसम की मार से अछूता नहीं रहा. जोरदार बारिश ने बरसात से खेतों में पक कर तैयार खड़ी गेंहू की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है. गेंहू की फसल को कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन किया जा रहा है. हमीरपुर में उप निदेशक कृषि हरिशंकर भार्गव ने बताया कि असमय हुई इस बरसात के पानी ने गेंहू की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है, जिसका आकलन किया जा रहा है.

 

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