किसानों की आय बढ़ाने के लिए मुनाफे वाली फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इन फसलों के लिए सरकार की तरफ से किसानों को आर्थिक मदद प्रदान की जाती है. हम आज आपको कुछ ऐसी फसलों के बारे में बता रहे हैं जिसकी खेती कर किसानों को भारी मुनाफा हासिल हो सकता है.
किसान मशरूम की खेती से बंपर मुनाफा हासिल कर सकते हैं. ठंड के महीने मशरूम की खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त माने जाते हैं. इसके लिए ज्यादा खेत की जरूरत नहीं, बल्कि एक कमरा ही काफी रहता है. कम जगह और कम लागत के बाद भी किसानों को कुल खर्च का तीन गुना तक इनकम होती है. सालभर में सिर्फ एक कमरे में सिर्फ 50 से 60 हजार रुपए खर्च करने के बाद 3 से 4 लाख रुपए की इनकम आसानी से हो सकती है.
मशरूम को प्रोसेस कर भी बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है. इससे बिस्किट, ड्रिंक्स और चिप्स जैसे उत्पाद बनाए जा सकते हैं. जो मशरूम 700 रुपए किलो बिकता है, उसी एक किलो मशरूम को प्रोसेस करने के बाद उन्हें करीब 8000 रुपए बेचा जाता है. इससे किसान कई गुना ज्यादा मुनाफा हासिल हो सकता है.
देश में अब पारंपरिक फसलों से इतर पेड़ों की खेती को भी तवज्जो दी जा रही है. इनमें से कई पेड़ ऐसे हैं जो किसानों को सालों साल बंपर मुनाफा लेने का मौका देते हैं. हालांकि, पेड़ों की खेती से किसानों को मुनाफा कमाने के लिए धैर्य बनाए रखने की जरूरत होती है.
सागवान के लकड़ी की गिनती सबसे मजबूत और महंगी लकड़ियों में होती है. इससे फर्नीचर, प्लाइवुड तैयार किया जाता है. इसके अलावा सागवान का इस्तेमाल दवा बनाने में भी किया जाता है. लंबे समय तक टिकने की क्षमता होने के कारण इसकी मांग हमेशा बाजार में बनी रहती है. वहीं, सफेदा की भी खेती की जा सकती है. सफेदा की लकड़ियों का इस्तेमाल पेटियां, ईंधन, हार्ड बोर्ड, फर्नीचर और पार्टिकल बोर्ड इत्यादि बनाने के लिए किया जाता है. बाज़ार में यूकलिप्टस की लकड़ी 6-7 रुपए प्रति एक किलो के भाव से बिकती है. ऐसे में अगर हम एक हेक्टेयर में तीन हजार पेड़ लगाते हैं. तो आसानी से 72 लाख रुपये कमा सकते हैं.
एरोमा मिशन के तहत सुगंठित पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इन्हीं में से एक प्रयोग है लेमनग्रास की खेती. इस पौधे की सबसे खास बात ये है कि इसे सूखाग्रस्त इलाकों में भी लगाया जा सकता है. लेमनग्रास की पत्तियों का प्रयोग परफ्यूम, साबुन, निरमा, डिटर्जेंट, तेल, हेयर आयल, मच्छर लोशन, सिरदर्द की दवा व कास्मेटिक बनाने में किया जाता है. ऐसे में इन प्रोडक्ट्स को बनाने वाली फैक्टरियों में इस पौधे के तेल की काफी मांग होती है. ऐसे में किसानों के पास इस पौधे की खेती कर लाखों का मुनाफा कमाने का अवसर है.