पंजाब के पठानकोट के एक गांव में बीटेक (B.tech) इंजीनियर ने 15 वर्ष तक इंजीनियरिंग की नौकरी की लेकिन अब खेती करके किसानों के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं. इंजीनियर ने गेहूं, धान की खेती के चक्र से निकलकर ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की फसल उगानी शुरू की और वह हर साल 8-10 लाख रुपये प्रति एकड़ कमाई कर रहे हैं.
नौकरी छोड़कर शुरू की खेती
व्यक्ति को अगर खेती बाड़ी करने का शौक हो तो नौकरी की तुलना में कृषि में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. हालांकि, इसके लिए परंपरागत फसलों की खेती के चक्कर से बाहर निकलना जरूरी है. ऐसी ही एक मिसाल जिला पठानकोट के गांव जंगला के रहने वाले रमन सलारिया ने कायम की है. जिन्होंने B.tech के बाद करीब 15 साल नोएडा में नौकरी की लेकिन उनके मन में विचार आया कि वह अलग तरह से खेती करें. उन्होंने पिछले 2 वर्षों से इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर अपने गांव जंगला में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है.
कम लागत में अधिक मुनाफा
ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Cultivation) में वह हर वर्ष 1 एकड़ से 8 से 10 लाख रुपये कमा रहे हैं. जबकि इसकी शुरुआत करने के लिए उसको करीब 6 लाख रुपये खर्च करने पड़े थे. जिसके बाद वे अब किसानों से अपील कर रहे हैं कि रिवायती फसलों की खेती से बाहर निकल कर इस तरह की फसल उगाएं जिसमें पानी की भी कम लागत आए और मुनाफा भी अधिक हो.
दरअसल, ज्यादातर किसान गेहूं और गन्ने की फसल उगाते हैं, जिसमें पानी की अधिक खपत होने के कारण ज्यादा लागत आती है. वहीं, ड्रैगन फ्रूट की खेती में पानी की बहुत कम खपत है और मुनाफा भी अधिक होता है.
इस बारे में खेती-बाड़ी विभाग के अधिकारी से बातचीत में उन्होंने बताया कि पंजाब में काफी किसानों ने अलग ड्रेगन फ्रूट की खेती शुरू की है. जिसमें काफी मुनाफा भी हो रहा है. पठानकोट के रमन सलारिया ने भी ड्रैगन फ्रूट की खेती से काफी अच्छा मुनाफा कमाया है.