मॉनसून की बारिश से लोगों को जहां उमसभरी गर्मी से निजात मिली है तो वहीं, धान की खेती (Paddy Cultivation) करने वाले किसानों के लिए भी राहत है. धान की रोपाई (Paddy Crop) करने वाले किसानों के लिए बारिश (Rain) वरदान है.
लंबे समय से खेतों में धान की फसल पर सिंचाई को लेकर बना संकट बारिश (Rain) से खत्म हो गया है. बारिश होने से धान की फसल (Paddy Crop) करने वाले किसान खुश हैं. दरअसल, मॉनसून (Monsoon) की देरी की वजह से फसलें सूखे की मार झेल रही थीं. वहीं, आसमान छू रहे डीजल के दाम के कारण सिंचाई करने से खेती में लागत अधिक आ रही है. लेकिन अब बारिश होने से खेतों में पानी लबालब भर गया है, जो फसलों के लिए लाभदायक है. धान और गन्ने की फसल के लिए बारिश संजीवनी साबित होगी.
मॉनसून की देरी से धान की खेती में बढ़ी लागत
मॉनसून की बारिश में देर (Delayed Monsoon) होने के कारण धान की खेती की लागत बढ़ी है. जिन किसानों ने खेतों में धान की फसल (बोई वो बारिश की कमी के कारण सूखने लगी तो सिंचाई के लिए उन्हें ट्यूबवेल का सहारा लेना पड़ा. जिससे फसल में लागत अधिक बढ़ गई. ऐसे में किसानों (Paddy farmers) का कहना है कि लागत की तुलना में बढ़िया मुनाफा मिलने की उम्मीद कम है.
The diesel is expensive. We're getting 3 to 4 hours power supply. It is hard to grow water based crop without rainfall, says another farmer. pic.twitter.com/cnEKbZdPCR
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2021
महंगे डीजल ने तोड़ी किसानों की कमर
देश भर में बढ़ रहे डीजल (Diesel) के दामों से किसान भी परेशान हैं. कई राज्यों में डीजल का रेट 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है.नजिससे खेती करने वाले किसानों को आर्थिक तौर पर मार झेलनी पड़ रही है. इसका सीधा असर धान की खेती (Paddy Crop) पर देखने को मिल रहा है. लेकिन अब बारिश के कारण किसानों का आर्थिक बोझ कम होने की उम्मीद है.
बारिश से खिले किसानों के चेहरे
पूर्वी राजस्थान में लंबे समय से बारिश नहीं होने से ना सिर्फ गर्मी का प्रकोप था बल्कि किसान भी परेशान थे क्योंकि जल स्तर नीचे जाने की वजह से सिंचाई में दिक्कत आ रही थी. लेकिन अब झमाझम बारिश से खरीफ की फसल अच्छी होने की उम्मीद है. राजस्थान के भरतपुर में बारिश से किसानों के चेहरे खिलने लगे हैं.