scorecardresearch
 

Animal Health Tips: कमजोर और अस्वस्थ है आपका पशु? रोज पिलाएं लस्सी और मट्ठा, दिखेगा हेल्दी असर

Health Tips for Animal: दूध के बने प्रोडक्ट्स इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी फायदेमंद होते हैं. इनमें मौजूद प्रोबॉयोटिक बैक्टीरिया यानी गुड बैक्टीरिया जानवरों की डाइजेशन प्रकिया को बेहतर रखते हैं, जिससे पशु स्वस्थ महसूस करता है.

Advertisement
X
Tips to keep animal healthier
Tips to keep animal healthier
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डाइजेशन प्रकिया रहेगी बेहतर
  • पशु खुद को महसूस करेंगे स्वस्थ

Animal Health: अगर पशुओं के बीमार रहने, उनके कमजोर होने और वजन ना बढ़ने से परेशान हैं तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. यहां हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसे शानदार घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप अपने पशुओं को स्वस्थ रख सकते हैं.

Advertisement

दूध के बने प्रोडक्ट्स इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी फायदेमंद होते हैं. इनमें मौजूद प्रोबॉयोटिक बैक्टीरिया यानी गुड बैक्टीरिया जानवरों की डाइजेशन प्रकिया को बेहतर रखते हैं, जिससे आपका पशु स्वस्थ महसूस करता है. अगर पशु स्वस्थ है तो निश्चित ही उसका विकास बेहतर तरीके से होगा.

छोटे पशुओं को पिलाएं लस्सी 

छोटे पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें गेहूं, ट्रिटिकल, ज्वार, मक्का और जई का चारा देते हैं, लेकिन अगर आप उन्हें रोजाना लस्सी दें तो यह उनके लिए अन्य किसी चारे के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है. डॉ आनंद सिंह, पशुपालन वैज्ञानिक,  कृषि विज्ञान केंद्र-2, सीतापुर कहते हैं कि लस्सी मीठी होती है. इसे छोटे जानवर आराम से पी लेते हैं. इसमें मौजूद पोषक तत्व पशुओं के वजन बढ़ाने के साथ पेट की बीमारियों से भी निजात दिलाने में मददगार होते हैं. इसे आप काला या सेंधा नमक मिलाकर भी पशुओं को दे सकते हैं.

Advertisement

वयस्क पशुओं को पिलाएं छाछ

दुधारू वयस्क पशुओं के लिए पशुधन वैज्ञानिक कहते हैं कि उन्हें प्रतिदिन मट्ठा पिलाएं. मट्ठे में नमक की मात्रा ज्यादा होती है. जो गायों और भैंसों के लिए फायदेमंद होती है. इसके अलावा इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया गाय के डाइजेशन सिस्टम को बेहतर रखते हैं. अगर आपका पशु स्वस्थ होगा तो दूध ज्यादा देगा.

दूध देने की क्षमता बढ़ेगी

बता दें कि पशुओं को मट्ठे का सेवन कराने से डाइजेशन प्रकिया सही रहती है. जिससे कई तरह की बीमारियां दूर रहती हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पशु के पेट में कोई दिक्कत नहीं है और स्वस्थ हैं तो उसके दूध देने की क्षमता भी बढ़ती है.


 

 

Advertisement
Advertisement