Yak Farming: लद्दाख में याक की बहुत अहमियत है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाए जाने वाले इन जानवर का पालन करना पहाड़ी ग्रामीणों के लिए फायदेमंद रहा है. इसके दूध के व्यवसाय और पर्यटकों के लिए इस्तेमाल करके स्थानीय लोग बढ़िया मुनाफा कमाते हैं.
याक की हाइब्रिड प्रजाति का किया जा रहा है पालन
लद्दाख के स्थानीय लोग याक की हाइब्रिड प्रजातियों को पालन कर रहे हैं. इस जानवर से ज्यादा से ज्यादा लाभ लिया जा सके, इसका प्रयास भी किया जा रहा है. याक के बाल, दूध, चमड़ी से यहां के लोग जीवन-यापन करते हैं. बता दें कि अब लद्दाख में एक ऐसा हाइब्रिड याक पाया गया है, जिसका पालन करके स्थानीय लोग बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.
ये है उद्देश्य
Drikung Kyabgon Chetsang Rinpoche LAHDC (लद्दाख के हरित राजदूत) ने घुमंतू जीवन को बचाने और जंगली याक और पालतू याक के नर और मादा हाइब्रिड याक को खरीदकर घरेलू याक संरक्षण और उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है. उन्होंने पैंगोग घाटी क्षेत्रों के पास रहने वाले 8 स्थानियों को हाइब्रिड याक दिए हैं.
बता दें सबसे पहले इसकी पहल करने वाले Tsering Dorjay ने Chetsang Rinpoche को याक के दो बछड़े दिए थे. इसके अलावा उन्होंने खुद अलग-अलग समूहों से 8 याक बछड़ों को खरीदा था. उनका कहना है कि वे जंगली याक की मजबूत और स्वस्थ आनुवंशिक नस्ल को घाटी में फैलाना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि याक की जो हाइब्रिड प्रजाति सामने आई है, उसके बारे में रिसर्च करके उसके सैंपल को अमेरिका भेजा गया, ताकि इस याक के बारे में और अधिक जानकारी जुटाई जा सके.
प्रशासन भी करेगा मदद
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में याक की इस नस्ल को लद्दाख में LAC क्षेत्रों के अलावा सिक्किम और भूटान जैसे दुनिया के अन्य हिस्सों में भी फैलाने की योजना है. इसको लेकर क्षेत्र में स्थानियों की मदद से कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. याक की प्रजातियों को अच्छे से विकास हो, इसके लिए प्रशासन की तरफ से मदद का आश्वासन दिया गया है.