देश के ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालन आमदनी का एक बढ़िया स्रोत उभर कर आया है. बड़ी संख्या में ग्रामीण मछली पालन से अपनी आय में इजाफा कर रहे हैं. नरसिंहपुर जिले के जमुनिया के रहने वाले चिंटू सिंह सिलावट अपने खेत में मछली पालन कर सालाना 2.50 लाख रुपये तक का अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
10 गुना बढ़ गया किसान का मुनाफा
चिंटू सिंह सिलावट पहले परंपरागत तरीके से खेती करते थे. फिर, उनके मन में बायोफ्लाक तकनीक से अपने खेत में कम जगह पर गोल टैंक बनाकर मछली पालन करने का विचार आया. उन्होंने अपने खेत में कम जगह पर गोल टैंक बनाकर मछली पालन कर रहे हैं. इससे उनकी आमदनी परंपरागत खेती से 10 गुना बढ़ गई है. फिलहाल, गांव के अन्य लोग भी चिंटू सिंह प्रेरित होकर अपने खेतों में मछली पालन से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं.
बिना तालाब मछली पालन से कमा रहे लाखों रुपये
बायोफ्लॉक मछली पालन से श्री चिंटू सिंह सिलावट की आमदनी 10 गुना बढ़ी
कलेक्टर सुश्री @rijubafna ने यहाँ पहुँचकर बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन का कार्य देखा।
RM: https://t.co/y11cf0gDnB pic.twitter.com/3lp40pvM85— Collector Narsinghpur (@dmnarsinghpur) June 14, 2023
सरकार से मिला 7 लाख का लोन
चिंटू सिंह सिलावट को 2020 के पहले उन्हें अपने 3 एकड़ खेत में सालभर मेहनत करने के बाद सिर्फ 25 से 30 हजार रुपये की सालाना आय हो पाती थी. मछली पालन का विचार आने के बाद उन्होंने मत्स्य पालन विभाग से बायोफ्लॉक तकनीक की जानकारी ली. साथ ही इस तकनीक के तहत बनने वाले टैंक को लेकर उन्हें सरकार की तरफ से 7 लाख रुपये का लोन भी मिला. इसमें उन्हें 4 लाख की सब्सिडी मिली. फिलहाल वह फंगेसियस एवं तिलापिया प्रजाति की मछलियों का पालन कर रहे हैं.
सालाना 2.50 लाख का मुनाफा
चिंटू सिंह सिलावट के मुताबिक उन्हें बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन करने से एक साल में करीब 2.50 लाख रुपये की आमदनी हो जाती है. उन्होंने अपना बैंक ऋण भी चुका दिया है. इसके अलावा वह चिंटू सिंह पोल्ट्री फार्म से भी हर माह 30 से 40 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं.