Desi Murgi Palan: देश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के बीच देसी मुर्गी पालन एक लोकप्रिय बिजनेस के तौर पर बेहद तेजी से उभर कर सामने आ रही है. खेती-किसानी के अलावा ग्रामीणों के लिए यह एक अतिरिक्त आय कमाने के विकल्प के तौर पर सामने आया है. सरकार भी किसानों को इस बिजनेस में दिलचस्पी दिखाने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है.
बता दें देसी मुर्गी पालन के लिए किसानों को ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती है. सिर्फ 40 से 50 हजार रुपये में इसके व्यवसाय तो शुरू कर सकते हैं. इस व्यवसाय को हम घर के खाली जगह, आंगन या खेतों में शुरु कर सकते हैं. बता दें लाइवस्टॉक मिशन के तहत इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी भी दिया जाता है.
इन मुर्गियों का करें पालन
>ग्रामप्रिया- इस नस्ल की मुर्गी से अंडा और मांस दोनो मिलता है. इनके मीट का प्रयोग तंदूरी चिकन बनाने में अधिक किया जाता है. ग्रामप्रिया मुर्गी एक साल में औसतन 210 से 225 अण्डे देने की क्षमता रखती है.
>श्रीनिधि- श्रीनीधि मुर्गियों से भी मांस और अंडे दोनों के जरिए अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. इस नस्ल की मुर्गियां बेहद जल्दी विकास करती हैं और बेहद कम वक्त में ठीक-ठाक मुनाफा दे जाती हैं.
वनराजा- वनराजा देशी मुर्गियों में सबसे अच्छी मानी जाती है. ये मुर्गियां 120 से 140 अंडे देती है. आप इस मुर्गी का पालन कर कम वक्त में ठीक मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
देसी मुर्गी पालन के फायदे
देसी मुर्गियों और मुर्गों का मांस बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. यही वजह है बाजार में इसकी डिमांड काफी ज्यादा रहती है. डिमांड बढ़ने की वजह से यह महंगे कीमतों पर बिकते हैं. साथ ही किसान इन्हें कम लागत में भी पाल सकते हैं.
मिलेगा इतना मुनाफा
बता दें कि अगर आप 10 से 15 मुर्गियों के साथ इसके बिजनेस की शुरुआत करते हैं तो आपको 40 से 50 हजार रुपये की लागत आएगी. जब ये मुर्गियां पूरी तरह से विकास कर लेंगी और आप इन्हें बाजार में बेचेंगे तो यह आपको लागत से दो गुना ज्यादा मुनाफा दे सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि जितने बड़े स्तर पर आप इनका बिजनेस शुरू करेंगे कमाई में भी उतना ही इजाफा होगा.