Goat Farming: भारत के गांवों में खेती-किसानी के बाद पशुुपालन ही आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है. किसान गाय और भैंसों का दूध बेचकर बढ़िया मुनाफा कमाते हुए दिखते हैं. हालांकि, बकरी पालन का चलन अब भी ग्रामीणों के बीच उतना नहीं है. इसी कड़ी में किसानों के बीच बकरी पालन को बढ़ावा मिले इसके लिए बिहार सरकार इसपर 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है.
बता दें कि बिहार राज्य सरकार की ओर से समेकित बकरी एवं भेड़ विकास योजना चलाई जा रही है. इसके तहत निजी क्षेत्रों में गोट फार्म खोलने के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 बकरी+ 1 बकरा, 20 बकरी + 1 बकरा, 40 बकरी + 2 बकरा की क्षमता के अनुसार सब्सिडी उपलब्ध करा रही है. फिलहाल बिहार सरकार ने इस योजना के लिए तकरीबन 2 करोड़ 66 लाख रुपए का बजट रखा है.
कितनी दी जा रही है सब्सिडी
बिहार सरकार की पशुपालन विभाग की वेबसाइट के अनुसार बकरी पालन पर अनुसूचित जाति/जनजाति के आवेदकों को 60 प्रतिशत और सामान्य वर्ग के लोगों को 50 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाती है.
20 बकरी + 1 बकरा योजना की अनुमानित लागत 2.05 लाख रुपए तय की गई है जिस पर सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत यानि 1.025 लाख रुपए अनुदान दिया जाएगा, जबकि अनुसूचित जाति / जनजाति वर्ग को 60 प्रतिशत यानि 1.23 लाख रुपए का अनुदान दिया जा रहा है. 40 बकरी+ 2 बकरा योजना की अनुमानित लागत 4.09 है।.इस पर समान्य वर्ग को 50 प्रतिशत सब्सिडी यानि 2.045 लाख रुपए सब्सिडी दी जाएगी. वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग को 2.454 लाख रुपए का सब्सिडी मिलेगा.
यहां करें आवेदन
विशेषज्ञों के अनुसार किसानों को बकरी पालन में ज्यादा से ज्यादा दिलचस्पी दिखानी चाहिए. अन्य पशुओं के मामले में बकरियों को पालन मेें कम लागत आती है और मुनाफा भी ज्यादा होता है. ऐसे में इच्छुक किसान बकरी पालन योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त करने के लिए बिहार पशुपालन विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा.