बकरी पालन का प्रचलन ग्रामीण इलाकों के अलावा देश के शहरी हिस्सों में भी तेजी से बढ़ रहा है. बकरियों का इस्तेमाल दूध और मीट के लिए किया जाता है. शहरी इलाकों में बकरी के मीट की डिमांड बहुत ज्यादा होती है. उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए 10 से 50 लाख की सब्सिडी दे रही है.
हमारे देश के छोटे किसानों के लिए बकरी पालन हमेशा से ही कमाई का अहम जरिया रहा है. राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड समेत कई राज्यों में बकरी के खरीदने-बेचने पर काफी पैसे कमाए जाते हैं. हालांकि, ऐसे कई किसान हैं, जिन्हें बकरी पालन के जरिए मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है इसके बारे में नहीं पता है. यूपी सरकार की तरफ से बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 10 से 50 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी. अगर आप यूपी के किसान हैं तो इस योजना में आवेदन कर लाभ उठा सकते हैं.
योजना का लाभ उठाने के लिए ऐसे करें बकरी पालन
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत बकरी पालन पर सब्सिडी दी जा रही है. किसान 5 श्रेणियों के तहत आवेदन करके एनएलएम योजना का लाभ उठा सकते हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान कम से कम 100 बकरियों और अधिकतम 500 बकरियों की यूनिट लगा सकते हैं.
अगर कोई किसान 100 बकरियों की यूनिट लगाता है तो उसे 5 बीजू बकरियां भी रखनी होंगी. 100 बकरियों की यूनिट लगाने की लागत 20 लाख रुपये मानी जाती है. इस पर किसान को 50 फीसदी या अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी देने का प्रावधान है. एकल किसान योजना के तहत आवेदन करके बकरी पालन पर 10 लाख रुपये की सब्सिडी मिल सकती है. एकल किसानों में पुरुष और महिला दोनों को सब्सिडी दी जाएगी.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत अगर आप 50 लाख रुपये की सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको 500 बकरियां पालनी होंगी. इसके लिए आपको प्रोजेक्ट में 25 बीजू बकरियां भी रखनी होंगी. 500 बकरियों और 25 बीजू बकरियों के पालन की परियोजना लागत 1 करोड़ रुपये तय की गई है. इस पर आप 50 प्रतिशत यानी 50 लाख रुपये की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.
ऐसे करें आवेदन
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत बकरी पालन पर 10 से 50 लाख तक की सब्सिडी पाने के लिए किसान एकल या सामूहिक रूप से आवेदन कर सकता है. ऑनलाइन आवेदन nlm.udyamimitra.in पर किया जा सकता है. इस योजना के तहत एकल किसान कम से कम 100 बकरियों की यूनिट शुरू कर सकता है, जिसके लिए किसान के पास पर्याप्त जमीन और जरूरी संसाधन होने चाहिए.
आवेदन करते समय किसान को जमीन के कागजात सहित अन्य दस्तावेज दिखाना होंगे. वहीं, इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को स्वयं सहायता समूह या कृषि उत्पादक संगठन बनाना होगा. बकरी पालन करने पर सरकारी और निजी बैंक की तरफ से लोन भी दिया जा रहा है ताकि कम लागत में ही बकरी पालन का व्यवसाय शुरू किया जा सके.