यूपी चुनाव से पहले लखीमपुर हिंसा ने कई सियासी समीकरणों को बदलकर रख दिया है. बीजेपी जरूर इस मुद्दे से आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन किसान इसे भूलने नहीं दे रहे हैं. अब खबर है कि 26 अक्टूबर को पूरे देश में किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.
किसान करेंगे 26 अक्टूबर को प्रदर्शन
किसान लगातार मांग कर रहे हैं कि लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष मिश्रा के पिता और मंत्री अजय मिश्रा की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए. उनके बयान से तो पहले ही किसान आहत चल रहे हैं, लेकिन अब जब उनका इस्तीफा नहीं लिया गया है, ऐसे में किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. इसी वजह से अब 26 अक्टूबर को किसानों का पूरे देश में विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है.
वैसे 26 अक्टूबर को ही विरोध प्रदर्शन करना कोई आकस्मिक फैसला नहीं है, बल्कि उसी दिन किसान आंदोलन को पूरे 11 महीने होने जा रहे हैं. पिछले साल इसी तारीख को किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू किया था. अब उनकी तीनों कानून वापस लेने वाली मांग तो पूरी नहीं हुई, लेकिन किसान अजय मिश्रा की गिरफ्तारी के पीछे पड़ गए हैं. लगातार सरकार पर दवाब बनाया जा रहा है, चुनाव से पहले उनके खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास चल रहा है.
प्रदर्शन के क्या मायने?
अब भारतीय किसान यूनियन कह रहा है कि 26 अक्टूबर को वे पूरी ताकत के साथ अपना प्रदर्शन करने वाले हैं. वे लखीमपुर में जान गंवाने वाले किसानों को न्याय दिलवाना चाहते हैं. वे किसी भी कीमत पर अजय मिश्रा का इस्तीफा चाहते हैं, वहीं पुलिस से उनकी गिरफ्तारी की भी उम्मीद लगाए बैठे हैं.
लखीमपुर हिंसा की बात करें तो उस घटना में कुल चार किसानों की मौत हो गई थी. वहीं तीन बीजेपी कार्यकर्ता और एक पत्रकार ने भी जान गंवा दी थी. इस केस में अभी तक आशीष मिश्रा, अंकित दास और उसके ड्राइवर की गिरफ्तारी हो चुकी है.