किसान अपने और परिवार के जीवन यापन के लिए पूरी तरह फसल पर निर्भर रहते हैं. यही उनके जीवन का एक मात्र साधन है, लेकिन इसके लिए न जाने उन्हें किस-किस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है. उन्हें सबसे बड़ी चिंता इस बात की रहती है कि इस बार प्रकृति का रुख क्या रहने वाला है. प्रकृति अपने समय के अनुसार नहीं काम करती है तो किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. इस बार महाराष्ट्र में किसानों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है, बेमौसम बरसात से पूरी फसल बर्बाद हो गई.
महाराष्ट्र के अकोला में किसानों को एक साल के अंदर दोहरी मार झेलनी पड़ी है. किसान अभी खरीफ फसल के नष्ट होने से उबरे भी नहीं थे कि फिर से प्रकृति से परेशानी ने दस्तक दे दी. खेत में रबी फसलों की बुआई की गई थी, फसल अभी अंकुरित भी नहीं हुई थी कि बारिश ने पूरा खेल बिगाड़ दिया. बेमौसम बारिश के कारण रबी फसलों पर कीटों का प्रादुर्भाव हुआ. इस वजह से फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई.
दोबारा बुआई की आई नौबत
किसानों पर रबी फसल की दोबारा बुआई करने का संकट आ गया है. लेकिन इसके लिए उन्हें पहले रबी फसल को रोटा रोलर से उखाड़ना पड़ेगा. क्योंकि इस क्रिया के बिना नई फसलों को नुकसान होने की संभावना बनी रहती है. इस बार किसान बेहद असमंजस में है कि क्या करें और क्या नहीं?
2023 किसानों के लिए बेहद दुखद
किसानों पर इस साल ये कोई नई आफत नहीं है. खरीफ फसल के समय भी बेमौसम बरसात से फसलों को भारी नुकसान हुआ था, और अब फिर एक नई आफत आ गई है. किसानों के लिए यह साल बेहद दुखद बीत रहा है.
बरसात के कारण किटकों के उत्पन्न हाने से फसल को अगर नुकसान हुआ तो, किसानों पर बड़ी मुसीबत आ जाएगी. खरीफ के मौसम में फसलों के नष्ट होने से और अब रबी का मौसम लाभदायक नहीं रहने से किसान गहरे संकट में हैं.