खेती करना किसानों के लिए बेहद मुश्किल काम साबित होते जा रहा है. फसल पर आपदाओं की मार से लेकर उपज पर सही कीमत नहीं मिलने से किसान हताश और परेशान हैं. हाल के कुछ सालों में परेशान किसानों द्वारा अपनी उपज फेंकने के मामले भी सामने आए हैं.
फसल की उपज पर अच्छी कीमत नहीं मिलने पर किसान फूड प्रोसेसिंग की भी मदद ले सकते हैं. इसके तहत किसान अपनी उपज का इस्तेमाल फूड प्रोडक्ट बनाने में कर सकते हैं. मशरूम का इस्तेमाल नमकीन से लेकर आचार बनाने में किया जा सकता है. वहीं टमाटर का इस्तेमाल कैचअप बनाने में किया जा सकता है. इसी तरह अन्य उपजों से कई तरह के प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं.
फूड प्रोसेसिंग यूनिट लागने के लिए सरकार आर्थिक मदद भी देती है. इसके लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है. साथ ही लोन की सुविधा भी मिलती हैं. किसान योजना का लाभ उठाने के लिए https://www.mofpi.gov.in/pmfme/पोर्टल पर भी विजिट कर सकते हैं.
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत फल, सब्जी, मसाले, फूल और अनाजों की प्रोसेसिंग, वेयर हाउस और कोल्ड हाउस, फैक्ट्री या उद्योग लगाने के लिए 35% सब्सिडी भी मिलती है.
किसान घर बैठे अचार, मसाला, तेल, जूस, नमकीन, पापड़, बेकरी, दूध उत्पाद, दाल, आटे, मूंगफली उत्पाद समेत सभी कृषि उत्पादों का प्रसंस्करण कर उन्हें मार्केट में उतार लाखों का मुनाफा हासिल कर सकते हैं.