Cultivation of medicinal plants: भारत की तकरीबन 55 से 60 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर हैं. पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि परंपरागत खेती में ज्यादा लाभ नहीं होने की वजह से तमाम किसान औषधीय पौधों की खेती की तरफ रुख किया है. सरकार की तरफ से भी मेडिसिनल प्लांट्स की खेती को बढ़ावा देने के लिए तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं.
पूरी दुनिया में दवाओं के रेट में काफी तेजी से इजाफा हुआ है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह दवाओं को बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में जड़ी-बूटियों का नहीं मिल पाना बताया जाता है. यहां हम आपको कुछ ऐसे ही मेडिसिनल प्लांट्स के बारे में बता रहे हैं, जिसकी खेती कर किसान भाई लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं.
अजवाइन (Celery)
अजवाइन का पौधा गुच्छों में उगता है. इसकी पत्तियों को नियमित रूप से ट्रिमिंग की आवश्यकता होती है. इस पौधे में में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाएं जाते हैं. पेट की समस्याओं से लेकर रक्तचाप और कोलोस्ट्राल के खिलाफ इस पौधे में पाएं जाने वाले गुण बेहद फायदेमंद होते हैं.
तेजपत्ता (Bay Leaves)
भारतीय घरों में तेज पत्ता विभिन्न व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाता है. कई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि तेज पत्ता का उपयोग कैंसर, गैस, रूसी, और जोड़ों के दर्द या फोड़े जैसी समस्याओं के खिलाफ फायदेमंद है.
धनिया (Coriander)
धनिया के पत्तों में विटामिन सी, के, कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, थायमिन, फॉस्फोरस, नियासिन और कैरोटीन होता है. इसकी पत्तियां कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करती हैं. साथ ही यह अल्जाइमर और मुंह संबंधी बीमारियों के लिए भी इसके सेवन की सलाह दी जाती है.
करी पत्ता (Curry Leaves)
करी पत्ता एक और भारतीय मसाला है. तड़के के लिए विभिन्न प्रकार के व्यंजन में करी पत्ते का उपयोग सदियों से किया जाता रहा है. मधुमेह रोगियों को इसके पत्ते का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, वजन कम करने में भी ये पौधा बेहद सहायक माना जाता है. साथ ही घावों को भरने के लिए भी इसके पत्ते का उपयोग किया जाता है.
पुदीना (Mint)
पुदीने की चटनी भारतीयों के बीच काफी मशहूर है. पुदीना विटामिन ए, मैंगनीज, फोलेट और आयरन का एक बड़ा स्रोत है. कई सारी बीमारियों में पुदीने के पत्तों का सेवन किया जाता है. साथ ही दवाओं को बनाने में इसका बड़े स्तर पर उपयोग किया जाता है.
तुलसी (Basil)
किसी भी भारतीय परिवार में तुलसी का पौधा आसानी से मिल जाता है.सदियों से तुलसी उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने, अस्थमा, सिरदर्द, सर्दी, खांसी, अपच, साइनसाइटिस, गैस्ट्रिक विकार, ऐंठन, अल्सर जैसी बीमारियों के खिलाफ बेहद प्रभावी माना जाता है.