भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां की तकरीबन आधी से ज्यादा आबादी खेती-किसानी से जुड़ी हुई है. कृषि के अलावा किसान सबसे ज्यादा पशुपालन में हाथ आजमाते हैं. लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने की वजह से कई छोटे और सीमांत किसान पशु नहीं खरीद पाते. ऐसी स्थिति में हरियाणा सरकार किसानों की मदद करने के लिए पशु क्रेडिट कार्ड योजना (Pashu Credit Card Scheme) के तहत तीन लाख तक का लोने दे रही है. जिसमें से किसान भाई एक लाख 60 हजार तक का कर्ज बिना कुछ गिरवी रखे ले सकते हैं.
4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर दिया जाता है लोन
इस योजना के तहत पशुपालन एवं मछली पालन के लिए भी ऋण यानी लोन (Loan) उपलब्ध कराया जाता है. इसमें पशुपालक किसान को पाले गए पशुओं की संख्या के आधार पर ऋण यानी लोन दिया जाता है. लोन लेने के बाद 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ राशि बैंक को वापस देनी होती है. हां, अगर आप तीन लाख रुपये से ज्यादा का ऋण लेते हैं तो ब्याज प्रतिशत बढ़कर 12 प्रतिशत हो जाएगा.
पशु क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य
1- किसानों को आर्थिक रूप ये सक्षम करना.
2- किसानों में पशु पालन की प्रवृत्ति बढ़ाना.
3- किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता करना.
4- भूमिहीन किसानों को मुख्य धारा में लाना और उन्हें अवसर देना.
पशु किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए करना होगा आवेदन
अगर किसान पशु क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं तो उन्हें नजदीकी बैंक में जाकर इसके लिए आवेदन करना होगा. आवेदन के समय आवेदक के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, मोबाइल नंबर, नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो होनी जरूरी है. आवेदन फॉर्म के सत्यापन करने के बाद एक महीने के अंदर आपको बैंक पशु केडिट कार्ड दे मुहैया करा दी जाएगी. आधिकारिक वेबसाइट पर भी इससे संबंधित अधिक जानकारी देख सकते हैं.