Flower Farming: फूलों का इस्तेमाल इत्र, अगरबत्ती, गुलाल, तेल बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं कई तरह के फूल अपने साथ औषधीय गुण लिए रहते हैं, जिससे उनका इस्तेमाल दवा बनाने के लिए भी किया जाता है. कुल मिलाकर फूलों की खेती करने वाला किसान कभी घाटे में नहीं रहता है.
भारत में इन फूलों की करें खेती
फूलों की खेती करने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें कि संबंधित फूल किस तरह की जलवायु में बेहतर विकास करता है. फिलहाल भारत में गुलाब गेंदा, जरबेरा, रजनीगन्धा, चमेली, रजनीगंधा, ग्लेडियोलस, गुलदाउदी व एस्टर बेली जैसे फूलों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इन फूलों की खेती के दौरान किसान सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त होना बेहद जरूरी है.
ध्यान रखें ये बातें
फूलों की बुवाई के दौरान ध्यान रखें कि खेतों में खरपतवार न उग आएं. ऐसा होने से फूलों की फसल को बहुत नुकसान होता है. इनकी समय-समय पर सिंचाई की व्यवस्था जरूर करें. इस बीच खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था सही हो इस बात का खास ख्याल जरूर रखें.
यहां बेचें अपने फूल
फूलों को लेकर किसान को बाजार खोजने के लिए इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती है. मंदिरों में फूलों की आवश्यकता काफी ज्यादा होती है, इसलिए खेतों से हाथोंहाथ बिक जाती है. इसके अलावा आप इत्र, अगरबत्ती और गुलाल बनाने वाली कंपनियों को भी ये फूल बेचकर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.
इतना कमाएं मुनाफा
विशेषज्ञों के अनुसार फूलों की खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता है. अगर आप 1 हेक्टेयर में फूल की खेती कर रहे हैं तो समान्य तौर पर 25 से 30 हजार रुपये का खर्च आएगा. समें बीज की खरीद, बुआई, उर्वरक, खेत जुताई और सिंचाई वगैरह जैसे कई काम शामिल हैं इन फूलों की कटाई के बाद आप आराम से इसे बाजार में बेचकर शुद्ध 1 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं.