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Subsidy to Paddy Farmers: खुशखबरी! धान की बुवाई करने पर ₹ 4,000 रुपये की सब्सिडी, यहां करें आवेदन

Subsidy to Paddy Farmers: लगातार गिरते हुए जलस्तर को लेकर सरकारें बेहद चिंतिंत है. इस स्थिति से बचने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपने स्तर पर प्रयास करती रहती हैं. इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया है.

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Subsidy For Paddy Farmers
Subsidy For Paddy Farmers
स्टोरी हाइलाइट्स
  • धान की सीधी बिजाई पर जोर
  • 25-30 प्रतिशत तक पानी की बचत

Subsidy For Paddy Farmers: खरीफ की फसलों की बुवाई का समय आ गया है. उत्तर भारत के कई राज्यों में इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. हालांकि, इन सबके बीच कई राज्यों में कम होता भूजल स्तर चिंता का विषय बना हुआ है. इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने धान की सीधी बुवाई करने पर 4000 रुपये प्रति एकड़ अनुदान देने का फैसला किया है. इससे पहले पंजाब सरकार भी धान की सीधी बुवाई करने पर प्रति एकड़ 1500 रुपए का अनुदान दिया जाएगा.

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हरियाणा राज्य में धान की खेती का कुल क्षेत्रफल करीब 13 लाख हेक्टेयर है. सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा धान की खेती सीधी बिजाई के आधार पर ही हो. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि  धान की पारंपरिक रोपाई की तुलना में सीधी बिजाई में करीब 25-30 प्रतिशत तक पानी की बचत की जा सकती है.

कहां करें आवेदन

हरियाणा सरकार इससे पहले भी धान की सीधी बिजाई पर प्रोत्साहन राशि देती रही है. पिछली बार ये राशि 5 हजार के आसपास थी, लेकिन इस बार इसके घटा कर 4 हजार रुपए प्रति एकड़ कर दिया गया है.धान की सीधी बुवाई पर अनुदान का लाभ लेने के लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.आवेदन के बाद कृषि अधिकारियों और पटवारी द्वारा बुवाई की समीक्षा कर किसानों के बैंक खाते में प्रोत्साहन राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी.

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ऐसे होती है धान की सीधी बिजाई

बता दें कि धान की बुवाई दो प्रकार से होती है. पहला तरीका है धान की बुवाई के लिए नर्सरी तैयार करनी पड़ती है.  नर्सरी की तहत धान की बुवाई करने से खेतों में पानी की अवाश्यकता अधिक होती है. वहीं सीधी बिजाई के तहत किसान धान के बीज को सीधे खेत में छिड़काव करके या सीड ड्रिल से बोते हैं. इससे एक तो किसान का वक्त बचता है, लागत भी कम आती है. 

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