Pearl Farming in India: खेती-किसानी के क्षेत्र में हाल के कुछ वर्षों में बदलाव देखने को मिले हैं. किसान नई-नई नकदी फसलों की खेती की तरफ रुख कर रहे हैं. इससे उन्हें भरपूर फायदा भी मिल रहा है और उनकी आमदनी भी बढ़ रही है. इस दौरान मोती की खेती भी किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हुई है. जिससे कम लागत में बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है.
कम निवेश ज्यादा मुनाफा
मोती की खेती के लिए बहुत ज्यादा धन की आवश्यकता नहीं हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, सिर्फ 25 हजार के निवेश से किसान 3 लाख तक का बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि मोती से कई तरह के महंगे आभूषण बनाए जाते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह करोड़ों में बिकते हैं.
कैसे होती है मोती की खेती?
किसान सीप के सहारे मोती उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए वे 500 वर्गाकार फीट का तालाब या टैंक का चुनाव कर लें. सबसे पहले सीपों को घर पर ही बनाए गए छोटे तालाब में वातावरण के अनुकुल ढालने के लिए 10 दिन तक छोड़ देते हैं. फिर सर्जरी करके उनमें न्यूक्लीयस डालकर तीन दिन एंटीबाॅडी में रखा जाता है. जिसके बाद सभी सीपों को 12-13 माह तक तालाब में छोड़ दिया जाता है. सीप से मोती निकालने के काम में तीन गुना तक का मुनाफा हो जाता है.
जरूर लें ट्रेनिंग
तालाब में करीब 100 सीपियों को पालकर भी बढ़िया उत्पादन ले सकते हैं. हालांकि, इसके लिए सही ट्रेनिंग होना भी जरूरी है. इसकी खेती के लिये कई सरकारी और प्राइवेट संस्थानों द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाते हैं. इन ट्रेनिंग्स का फायदा उठाकर किसान मुनाफा बढ़ा सकते हैं.
कितने तक की हो सकती है कमाई?
तक़रीबन 500 सीपों की खेती में 25 हज़ार तक का खर्च आ जाता है. इन मोतियों का बाज़ारी भाव 250 से 400 रुपये प्रति मोती होता है. इससे किसान 500 सीप से तक़रीबन सवा लाख से तीन लाख तक की कमाई कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.