खेती-किसानी में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ रही है. इससे महिलाएं तो सशक्त हो रही हैं. साथ ही उनका परिवार भी आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है. खेती-किसानी में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़े इसके लिए सरकार भी अपनी तरफ से कई योजनाएं लॉन्च कर रही है. लखपति दीदी योजना भी ऐसे ही प्रयास का हिस्सा थी. अब केंद्र सरकार ने खेतिहर महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए ड्रोन दीदी योजना की शुरूआत की है.
15,000 महिला को मिलेगा ड्रोन ड्रोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 नवंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने विकास भारत संकल्प यात्रा के प्रतिभागियों से भी बात चीत की. ड्रोन दीदी योजना के तहत, अगले कुछ वर्षों में सरकार ने 1261 करोड़ रुपए खर्च कर 15,000 महिला एसएचजी को ड्रोन मुहैया कराने का फैसला किया है.
ड्रोन उड़ाने पर महिलाओं को मिलेंगे महीने के 15000 रुपये
इस ड्रोन योजना के माध्यम से ड्रोन उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव में सहायता मिलेगी. इसके लिए इन महिलाओं को करीब 15 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी. ड्रोन पायलट और सह-पायलट को हर महीने ड्रोन उड़ाने के लिए निश्चित राशि मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा महिलाओं को ड्रोन खरीदने पर उसके लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम 8 लाख रुपये दिए जाएंगे.
ड्रोन का उपयोग खेती के लिए कितनी फायदेमंद
किसी भी फसल में अचानक बीमारी आ जाने के कारण स्प्रे करना असंभव होता था . अब इस ड्रोन तकनीक से एक बार में काफी बड़े एरिया में छिड़काव किया जा सकेगा. इससे दवा और समय दोनों की बचत होगी. पहले समय के अभाव में किसान दवा का छिड़काव नहीं कर पाते थे. जिससे फसलों में कीड़े लग जाते थे और फसलें बर्बाद होती थीं, मगर अब ड्रोन से एक भी बार में ज्यादा एकड़ में छिड़काव हो सकेगा.