किसानों को खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसायों को भी अपनाना चाहिए. इससे उनकी आमदनी में और ज्यादा इजाफा होगा. ग्रामीण क्षेत्रों में किसान अब खेती-किसानी, पशुपालन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन के व्यवसाय से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. बता दें मधुमक्खी पालन से हासिल शहद की बाजारों में काफी ज्यादा मांग रहती है. ये अच्छी कीमतों में बाजार में बिकते हैं.
शहद व्यापार केंद्र के लिए हो रहा है रजिस्ट्रेशन
हरियाणा सरकार द्वारा शहद व्यापार केंद्र की स्थापना व व्यापार हेतु मधुमक्खी पालकों एवं व्यापारियों का पंजीकरण किया जा रहा है. पंजीकरण की अंतिम तिथि 30 दिसंबर रखी गई. अधिक जानकारी के लिए उपअधीक्षक मोबाइल नं. 9416734349 व उपनिदेशक उद्यान मोबाइल नं. 9996788004 पर संपर्क कर सकते हैं.
#हरियाणा सरकार द्वारा शहद व्यापार केंद्र की स्थापना व व्यापार हेतु मधुमक्खी पालकों एवं व्यापारियों का पंजीकरण किया जा रहा है। पंजीकरण की अंतिम तिथि 30.12.22 है। अधिक जानकारी के लिए उपअधीक्षक मोबाइल नं. 9416734349 व उपनिदेशक उद्यान मोबाइल नं. 9996788004 पर संपर्क कर सकते हैं। pic.twitter.com/HiKMgRkiQb
— Dept. of Agriculture & Farmers Welfare, Haryana (@Agriculturehry) December 1, 2022
किसानों के लिए काफी फायदेमंद
किसानों के लिए सरकार द्वारा ये योजना काफी फायदेमंद हो सकता है. सरकार के मुताबिक शहद व्यापार केंद्र में स्थापना के बाद किसानों की लागत में कई गुना ज्यादा इजाफा हो सकता है. वह मधुमक्खी पालन से हासिल शहद को सीधे व्यापार केंद्र के सहारे अच्छी कीमतों में भेज सकते हैं. इससे उन्हें सीधे तौर पर मुनाफा होगा. बिचौलियों की वजह से उनका मुनाफा नहीं मारा जाएगा. इसके अलावा किसान खेती के अलावा किसानी के अलावा बिजनेस के क्षेत्र में भी अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
बाजार में शहद की मौजूदा कीमत 400 से 700 रुपये प्रति किलोग्राम तक है. अगर आप प्रति बॉक्स 1000 किलोग्राम की शहद बनाते हैं, तो आप प्रति महीने में 5 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं. ये मुनाफा शहद व्यापार केंद्र के माध्यम से और भी ज्यादा हो सकता है. इच्छुक किसान हरियाणा सरकार के उद्यान विभाग केंद्र की वेबसाइट पर जाकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं.