Saffron Farming Process: केसर की खेती को लेकर ज्यादातर लोग जम्मू-कश्मीर जैसे प्रदेशों का ख्याल आता है. हालांकि पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत कई राज्यों में इसकी खेती होने लगी है. बाजार में केसर की कीमत 2.5 लाख से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है. यही वजह है कि युवाओं का रुझान भी इसकी खेती की ओर तेजी से बढ़ा है.
तीन-चार महीने में तैयार हो जाती है फसल
केसर की फसल 3-4 महीने में तैयार हो जाती है. इसके पौधे की लंबाई 15-20 सेंटीमीटर तक पहुंच जाती है. केसर की खेती के लिए अच्छी-खासी धूप की जरूरत होती है. इसकी खेती के लिए अम्लीय से तटस्थ, बजरी, दोमट और रेतीली मिट्टी का उपयोग किया जाता है. इसकी खेती के लिए जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर सबसे उत्तम माना जाता है.
इन नामों से भी जाना जाता है केसर
केसर के पौधे अक्टूबर में फूल देने लगते हैं. इसमें पतले व नोकदार पत्ते निकलते हैं. जो संकरी, लंबी और नालीदार होती हैं. इनके बीच से पुष्पदंड निकलता है, जिस पर नीललोहित वर्ण के एकांकी अथवा एकाधिक पुष्प होते हैं. इसके पुष्प की शुष्क कुक्षियों को केसर कुंकुम, जाफरान अथवा सैफ्रन कहते हैं.
बीमारियों के लिए फायदेमंद
केसर का उपयोग खीर, गुलाब जामुन, दूध के साथ किया जाता है. मिठाइयों में इसके उपयोग से उसका स्वाद बढ जाता है. इसके अलावा औषधीय दवाइयों में भी इसका उपयोग किया जाता है. पेट संबंधित बीमारियों के इलाज में केसर बहुत फायदेमंद है.
हर महीने 6 लाख रुपये कमाने का मौका
मार्केट में एक किलो केसर 3 लाख रुपये तक बिक रही है. ऐसे में अगर आप प्रत्येक माह 2 किलो केसर बेचें तो भी आप महीने में आराम से 6 लाख रुपये तक कमा सकते. इसे आप किसी भी नजदीकी मंडी में या ऑनलाइन भी बेच सकते हैं.