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मुंशी प्रेमचंद की कहानियों या फिर हिंदी फिल्मों में आपने देखा होगा एक किसान साहूकार और जमींदार से कर्ज लेता और उसका ब्याज चुकाते-चुकाते बुढ़ा हो जाता है. इसके बाद भी वह अपना मूलधन नहीं चुका पाता है. इसके चलते उसकी जमीन पर जमींदार का कब्जा हो जाता है. अब बिल्कुल ऐसी ही एक तस्वीर उत्तर प्रदेश के देवरिया से भी सामने आई है.
62 हजार कर्ज पर चुकाए 1 लाख 20 हजार
देवरिया के नरियांव गांव के रहने वाले शिवदास 62 हज़ार कर्ज लिया था. अब तक वह एक लाख बीस हज़ार रुपये का ब्याज दे चुका है. फिर भी मूलधन नहीं चुका पाया. इसके बाद उसके खेत पर कब्जा कर लिया गया. यह मामला थाना मईल में सम्पूर्ण थाना दिवस में DM के सामने शनिवार को आया तो वह भी हैरत में पड़ गए. उन्होंने इसकी जांच के लिए CO को आदेश दे दिया है. पुलिस ने आरोपी हरिशंकर सिंह के विरुद्ध IPC धारा 383 के तहत केस दर्ज कर लिया है.
आरोपी पर केस किया गया दर्ज
किसान शिवदास के मुताबिक 10 साल पहले उन्होंने आरोपी शिवशंकर से 62 हज़ार रुपये कर्ज लिया था. उसके बाद से अभी तक वह एक लाख बीस हज़ार रुपये ब्याज के तौर पर दे चुका है. मूलधन अभी तक चुकता नहीं कर पाया है. इसके बाद आरोपी ने किसान के जमीनों पर कब्जा कर लिया गया. खेत देने के लिए अभी भी किसान से 2 लाख 89 हज़ार रुपये ब्याज की मांग की जा रही है. इस प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध IPC 383 के तहत मईल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.