
देश के कई राज्यों में अचानक मौसम में बदलाव दर्ज किया गया है. बारिश के चलते इन राज्यों के तापमान में गिरावट आई है. लोगों को भारी उमस और गर्मी से छुटकारा मिला है. हालांकि, इस बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं. बरसात के साथ-साथ ओलावृष्टि के चलते उत्तर प्रदेश में गेहूं के साथ-साथ दलहन और तिलहन की फसलें भी बारिश की वजह से प्रभावित हुई है.
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बारिश आफत बनकर आई है. बारिश के चलते हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई है. अधिक बारिश की वजह से गेहूं सरसों मसूर और मटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है. पिछले 24 घंटे में मिर्जापुर में सबसे ज्यादा 5 cm बारिश रिकॉर्ड की गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और राजस्थान के पास दो चक्रवाती दबाव क्षेत्र बनने के चलते यूपी के कई स्थानों के कई जिलों में ओलावृष्टि तेज हवा और बारिश दर्ज की गई है. आने वाले 25 मार्च तक मौसम ऐसे ही बने रहने के आसार हैं. यूपी सरकार ने अधिकारियों को फील्ड में उतर कर किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने की बात कही है.
चंदौली में बेमौसम की बारिश ने किसानों की बढ़ाई चिंता :
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली को धान का कटोरा कहा जाता है. यहां धान की बहुत ही अच्छी पैदावार होती है. इसके अलावा दलहन-तिलहन फसलों का भी अच्छा-खासा उत्पादन होता है. रविवार रात तेज हवा के साथ बारिश हुई थी. यह सिलसिला अभी भी जारी है. बारिश की वजह से खलिहान में रखी हुई सरसों की फसल भीग गई है. इसके अलावा गेहूं और चने की फसल को भारी नुकसान हुआ है.
चंदौली के नियमताबाद के रहने वाले किसान प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से बहुत ही खराब परिणाम निकल कर सामने आ रहे हैं. सरसों खलिहान में पड़ी हुई है. गेहूं की कटाई शुरू होने वाली थी लेकिन बारिश होने की वजह से काफी नुकसान हो गया. सरकार हमारे नुकसान पर हमें मुआवजा दे.
बारिश की वजह से मिर्जापुर में गेहूं क़ी फसल को नुकसान:
उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बरसात के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. सदर तहसील के हरिहरपुर बेदौली गांव के रहने वाले किसान शिवजन यादव ने बड़ी मेहनत के साथ गेंहू की फसल लगाई थी. अब गेंहू की आधी फसल बरसात और हवा के तेज झोंके के कारण गिर गई. वहीं, चने की खेती करने वाली बादामी देवी बारिश से खराब हो चुकी फसल को देखते हुए कहती हैं कि शायद भगवान की मर्जी नहीं थी कि किसान की तैयार फसल घर पहुंचे.
भदोही में बारिश की वजह से फसलों को हुआ नुकसान :
भदोही जिले में लगातार दो दिनों की बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बारिश के कारण बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई है. बारिश के कारण गेहूं की फसल खेतों में ही गिर गई है. खेतों में पानी भर गया है. गेहूं की फसल के सड़ने की आशंका बढ़ गई है. किसानों के मुताबिक गेहूं की फसल पूरी तरह तैयार थी और दो-चार दिन के अंदर ही फसल कटने वाली थी, लेकिन बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
भदोही जिला मुख्यालय ज्ञानपुर स्थित गांव चकटोडर के निवासी किसान हौसला प्रसाद तिवारी ने बताया कि बारिश के कारण उनकी 15 बिस्वा गेहूं की खेती चौपट हुई है. खेतों में पानी भर गया है और गेहूं की बालियां गिर गई हैं. अगर अब एक-दो दिन और बरसात हो गई तो फसल पूरी तरह खराब हो जाएगी.
हाथरस में बारिश और ओला पढ़ने से फसल बर्बाद:
यूपी के हाथरस जिले में हुई बेमौसम बरसात और पड़े ओलों ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खीच दीं हैं .बारिश के साथ पड़े ओलों तथा तेज़ हवा से किसानों की गेहूं की फसल जगह-जगह गिर गयी है. आलू की पकी फसल तथा लाहा की फसलों को भी नुकसान हुआ है. बेमौसम बरसात से किसान पीड़ित और दुखी हैं. हाथरस जिले के भोजपुर गांव के किसान गिरिराज और सासनी गांव के किसान आनंद ने बताया कि गेहूं और सरसों की फसल में कम से कम 25 से 50 प्रतिशत का नुकसान हुआ है.खेत में पड़े आलू पर दाग लगने से उसके दाम कम मिलने की संभावना है.
फ़िरोज़ाबाद बेमौसम हुई बरसात से गेहूं और जौ की फसल को नुकसान,किसानो ने आलू की खुदाई रोकी
फ़िरोज़ाबाद में पिछले 2 दिनों से लगातार रिमझिम बारिश हो रही है जिसके कारण किसान बेहद परेशान है. डांडिया माई के निवासी किसान प्रवीण कुमार शर्मा व राममोहन शर्मा कहते हैं कि इसी तरह बारिश होती रही तो सरसों की फसल को बेहद नुकसान हुआ है. लगातार हो रही बारिश के चलते आलू की खुदाई को रोक दिया गया है. किसानों का कहना है कि अगर अब और तेज बारिश होती है तो आलू जमीन में ही सड़ सकता है.
बस्ती मे बारिश और ओलावृष्टि से रबी की फसल खेत मे हुई खराब:
पहले सूखा,फिर बाढ़ और अब एक बार फिर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.लगातार कई दिनों से बारिश बादल होने के कारण रबी की फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है. किसानों के माथे पर चिंता की लकीर साफ तौर पर नजर आ रही है क्योंकि उनके फसल का उत्पादन इससे काफी कम हो जाएगा और लागत भी निकाल पाना मुश्किल होगा. तेज हवाओं और बारिश से खड़ी फसल टूट कर खेतों में बिछ गई है और जो फसल कटी हुई रखी है उसमें पानी भर गया है. दोनों ही स्थिति में किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
जौनपुर में भी फसलों को हुआ नुकसान :
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में रविवार की देर रात हुई मूसलाधार बारिश और तेज हवा के चलते किसानों को भारी क्षति हुई है. बरसात और आंधी के चलते किसानों की तैयार गेहूं की फसल की बर्बादी ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच दी हैं. जौनपुर जिले के केराकत तहसील क्षेत्र की चिंता देवी की 2 बीघे गेहूं की फसल आंधी और भारी बरसात के चलते खराब हो गई है.किसान रतन लाल ने बताया कि कर्जा लेकर उन्होंने फसल लगाई थी. असमय बारिस के चलते फसल को हुए नुकसान की भरपाई अगर सरकार ने नहीं की तो खाने के लाले पड़ जाएंगे.
कृषि मंत्री ने कहा मांगी गई है रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से बारिश और ओला पड़ने के कारण किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. किसानों को हुए नुकसान पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल रिपोर्ट मंगाई है.सूचना के मुताबिक चार जिलों में ओला पड़ने की जानकारी है .मुख्यमंत्री ने सभी डीएम से इसको लेकर रिपोर्ट मांगी है.
( मिर्जापुर से सुरेश सिंह, भदोही से महेश जायसवाल, हाथरस से राजेश सिंघल, फिरोजाबाद से सुधीर शर्मा, जौनपुर से राजकुमार सिंह और बस्ती से मिस्बा उस्मानी के इनपुट के साथ )