
महाराष्ट्र का सांगोला अनार की खेती के लिए प्रसिद्ध है. यहां उगाए जाने वाले अनार को GI टैग मिल चुका है. हालांकि, यहां के किसान अब अनार की खेती से दूर भाग रहे हैं. दरअसल, अनार की फसल पर तेला रोग, तना छेदक, पिन होल जैसी बीमारियों का खतरा हर साल मंडराता रहता है. इससे किसानों की आधी मेहनत बर्बाद हो जाती है. ऐसे ही एक किसान हैं प्रताप लेंडवे. उन्होंने अपने दोस्तों की सलाह पर अनार के खेत में केले के पौधे लगाए. उन्हें 9 महीने में प्रति एकड़ 14 से 15 लाख रुपये की आमदनी हासिल हुई.
सांगोला के युवा किसान ने केले की खेती से कमाया बंपर मुनाफा
सांगोला तालुका के हलदहीवड़ी के युवा किसान प्रताप लेंडवे ने केले की खेती से बंपर मुनाफा कमाया है. सोलापुर जिले में अब तक केले पर सबसे ज्यादा 35 रुपये प्रति किलो की कीमत उन्हें हासिल हुई. उनकी उपज का निर्यात जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े स्तर पर हो रहा है.
बढ़िया उत्पादन के लिए अपनाया केले की खेती का ये तरीका
प्रताप ने 6 एकड़ में केले लगाए हैं. भारी उत्पादन के कारण बड़े-बड़े व्यवसायी उनसे केला खरीदने पहुंच रहे हैं. प्रताप बताते हैं कि उन्होंने केले के पौधों को 7 बाय 5 की दूरी पर लगाया है. पानी के नियोजन के लिए 20 MM ड्रिप सिंचाई की. पौधे को बीमारियों से बचाने के लिए विभिन्न दवाओं और खाद का उपयोग किया.
प्रति एकड़ 50 टन केले का उत्पादन
प्रताप के खेतों में लगे केले के पेड़ की ऊंचाई करीब 11 फीट है, जबकि उसका गुच्छा चार फीट से ऊपर है. प्रत्येक गुच्छे का वजन 55 से 60 किलोग्राम है. प्रताप का कहना है कि केले कि खेती को अनार का विकल्प बनाया जा सकता है, अगर ईमानदारी से प्रयास किया जाए तो प्रति एकड़ 50 टन केले का उत्पादन किया जा सकता है.
9 महीने के अंदर 90 लाख रुपये की कमाई
प्रताप आगे बताते हैं कि एक पौधे पर 125 रुपये खर्च आता है. वहीं, प्रति एकड़ डेढ़ लाख लगभग खर्च आता है. सबकुछ करने के बाद आसानी से उन्हें 14 लाख रुपये तक की आमदनी हो जाती है. उन्हें इस साल सिर्फ 9 महीने के अंदर केले की खेती से कुल 6 एकड़ में 90 लाख रुपये की आमदनी हासिल हुई है.