Advertisement

किसान ने अपनी ही फसल को जलाकर किया स्वाहा, अब मांगी इच्छामृत्यु की इजाजत, जानें मामला

किसान ने फसलों की सिंचाई के लिए अपने खेत में बिजली कनेक्शन ले रखा है. हालांकि, 3 महीने से उस कनेक्शन पर वोल्टेज शून्य आ रहा था. गेहूं फसल की सिंचाई नहीं हो पा रही थी. इस दफ्तर से उस दफ्तर तक चक्कर लगाते हुए उसकी फसल सूखती रही. ऐसे में किसान ने अपनी फसल को आग के हवाले कर दिया.

बिजली विभाग से परेशान किसान ने खुद की फसल में लगाई आग बिजली विभाग से परेशान किसान ने खुद की फसल में लगाई आग
ज़का खान
  • बुलढाना,
  • 26 मई 2023,
  • अपडेटेड 3:15 PM IST

महाराष्ट्र के बुलढाना जिले के रहने वाले किसान काशीराम सानप ने अपने  सवा एकड़ खेत में बोई गई गेहूं की फसल को आग के हवाले कर दिया. किसान के मुताबिक उसने ये कदम बिजली विभाग से परेशान होकर उठाया. किसान रमेश के खेत में लगे कनेक्शन में वोल्टेज शून्य था. इसकी शिकायत उसने बिजली विभाग से कई बार की. हालांकि, बिजली विभाग ने किसान की इस शिकायत पर कोई कदम नहीं उठाया.

Advertisement

राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर बताई अपनी पीड़ा

किसान ने अपनी तकलीफ जिले के तहसीलदार से की. राष्ट्रपति को भी इसको लेकर चिट्ठी लिखी, लेकिन प्रशासन द्वारा इसपर कोई कदम नहीं उठाया गया. वह इस दफ्तर से उस दफ्तर तक चक्कर लगाता रहा. सिंचाई न मिलने के चलते उसकी फसल सूखती रही. इस दौरान बारिश का मौसम शुरू होने वाला है किसान को नई फसल के लिए जमीन तैयार करनी है. इसलिए उसने अपनी फसल आग के हवाले कर दी.

किसान पर बिजली विभाग का कोई बकाया नहीं

जनवरी महीने से किसान के खेत में लगे बिजली कनेक्शन में वोल्टेज शून्य था. इस पर विभाग ने कार्रवाई नहीं की, लेकिन बिजली का बिल जरूर भेज दिया. किसान को 3 माह का बिजली का बिल 1590 रुपए आया. इसे भी रमेश ने जमा कर दिया. उसपर किसी भी तरह का बिजली का बिल नहीं बकाया है.

Advertisement

किसान ने इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी

किसान रमेश सानप ने अफसोस जताते हुए कहा कि अगर तहसिलदार से लेकर राष्ट्रपति तक किसानों की नहीं सुनते तो मर जाना ही बेहतर है.  उन्होंने सरकार से इसके लिए लिखित रूप में इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है. इसकी एक कॉपी राष्ट्रपति को भी भेजी है.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement