
परंपरागत फसलों से इतर किसान अब कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसलों की खेती करने लगे हैं. फलों की खेती इसी का हिस्सा है. महाराष्ट्र के सांगोला तालुका के रहने वाले एक किसान ने अकेले केले की खेती से 81 लाख रुपये का मुनाफा कमा लिया है.
जोखिम लेने का किसान को मिला फायदा
सोलापुर जिले के सांगोला तालुका को अनार उत्पादन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. यहां के अनार को जीआई टैग भी मिला हुआ है. फिर भी एक किसान ने जोखिम लेते हुए अनार की जगह केले की खेती करने का फैसला किया है. इतना रिस्क लेने का इनाम भी उन्हें मिला है. केले की खेती से उन्होंने सिर्फ 9 महीने में 81 लाख रुपये कमा लिए.
6 एकड़ का खर्च काटकर 81 लाख रुपये का मुनाफा
प्रताप लेंडवे पहले अनार की खेती करते थे. अनार की फसल में कई बीमारियों के लगने के बाद एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने केले की खेती करने का फैसला किया. उन्होंने 6 एकड़ में केले की फसल लगाई. एक केले का पौधा लगाने में उन्हें 125 रुपये का खर्च आया. 6 एकड़ में केले का पौधा लगाने के लिए उन्हें 9 लाख रुपये खर्च करने पड़े. केला लगाने के बाद उन्होंने सिर्फ 9 महीने में कमाई शुरू कर दी. इस फसल से उन्हें कुल 90 लाख रुपये मिले.
प्रति एकड़ 50 टन की उपज
प्रताप लेंडवे ने 6 एकड़ में केले लगाए थे. प्रति एकड़ 50 टन की उपज हासिल हुई. 6 एकड़ में 300 टन. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में व्यापारियों को 35 रुपये प्रति किलो की दर से केले बेचे. इससे उन्हें 6 एकड़ से 90 लाख रुपये की कमाई हुई. प्रताप लेंडवे कहते हैं कि वह केले की खेती वैज्ञानिक तरीके से करते हैं. साथ ही फसलों को ड्रिप सिंचाई के जरिए पानी दिया जाता है. प्रताप लेंडवे के मुताबिक केले के एक गुच्छे का वजन 55 से 60 किलो होता है.