Advertisement

PM Kisan Yojana Update: पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए अहम जानकारी, अब ऐसे करवाएं ई-केवाईसी

PM Kisan E KYC: ई-केवाईसी करवाने के लिए अगर आप भी सोच रहे हैं तो फिर आपके लिए एक अहम अपडेट है. दरसअल, अब आधार कार्ड और ओटीपी के जरिए से होने वाली ई-केवाईसी को बंद कर दिया गया है.

PM Kisan Yojana Latest Update PM Kisan Yojana Latest Update
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST
  • हर साल मिलते हैं छह हजार रुपये
  • ई-केवाईसी नहीं करवाई तो लगेगा झटका

PM Kisan Update: प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के जरिए से करोड़ों किसानों को हर साल छह हजार रुपये की आर्थिक मदद सरकार की ओर से मिलती है. इस योजना में 12 करोड़ से ज्यादा किसान रजिस्टर्ड हैं, जिन्हें इसका लाभ मिलता है. हालांकि, इस योजना का फायदा लेने के लिए किसानों को ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है. यदि किसान ऐसा नहीं करते हैं तो फिर वे अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं. 

Advertisement

ई-केवाईसी करवाने के लिए अगर आप भी सोच रहे हैं तो फिर आपके लिए एक अहम अपडेट है. दरसअल, अब आधार कार्ड और ओटीपी के जरिए से होने वाली ई-केवाईसी को बंद कर दिया गया है. ऐसे में किसान सोच रहे हैं कि वे किस तरह से केवाईसी करवा सकते हैं. पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, किसान अब अपने नजदीकी CSC सेंटर्स पर जाकर बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन के जरिए से ई-केवाईसी करवा सकते हैं.

इससे पहले, सरकार ने पीएम किसान लाभार्थियों के लिए बड़ी राहत देते हुए ई-केवाईसी की डेडलाइन की तारीख को आगे बढ़ा दिया था. पहले जहां आखिरी तारीख 31 मार्च थी, तो अब उसे आगे बढ़ाकर 31 मई, 2022 कर दिया गया है. ऐसे में किसानों को 31 मई तक ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है. 

Advertisement

बता दें कि अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 10 किस्तें आ चुकी हैं. 10वीं किस्त का पैसा 1 जनवरी 2022 को किसानों के खाते में ट्रांसफर किया गया था. जल्द ही किसानों के खाते में सरकार 11वीं किस्त ट्रान्सफर करने जा रही है.

इस योजना की पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच में आती है. वहीं, दूसरी किस्त 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच में ट्रांसफर होती है. इसके अलावा तीसरी किस्त का पैसा 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच में ट्रांसफर किया जाता है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement