
पंजाब में 1 साल से आम आदमी पार्टी की सरकार है. धान के सीजन में बिजली की बेहतर सप्लाई के चलते किसानों को सिंचाई की कोई दिक्कत नहीं आई. लेकिन गेहूं की फसल के दौरान ये बिजली काफी ज्यादा बाधित रही है. इसका काफी ज्यादा असर फसल पर पड़ा है. इसके चलते फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है. इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन बिजली विभागों के बड़े अधिकारियों के दफ्तरों के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहा रहा है.
दिन के वक्त नहीं मिल रही बिजली सप्लाई
किसानों के मुताबिक फसल पकने को तैयार है, लेकिन इस बीच बिजली विभाग ने दिन के समय बिजली की सप्लाई देनी बंद कर दी है. रात के समय 10 घंटे बिजली की सप्लाई मिल रही है, लेकिन इस वक्त गेहूं की फसल को पानी देना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभी खेतों में पानी ज्यादा चले जाने के दौरान फसल जमीन पर गिर जाती है. साथ ही रात के वक्त खेतों में किसानों का जाना भी खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में वे दिन के समय बिजली की सप्लाई की मांग कर रहे हैं.
किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहा ने बताया कि संगरूर में सात जगहों पर बिजली विभाग के दफ्तरों के बाहर किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बात चल रही है. अगर बात नहीं बनी तो अगला एक्शन क्या होगा, इस पर विचार किया जाएगा.
प्रशासन ने क्या कहा?
किसानों के इस धरने पर बिजली विभाग के सुपर डेंटिंग इंजीनियर ने कहा कि किसान बिजली की सप्लाई देने के समय को लेकर धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं. हमने उनका मांग पत्र ले लिया है. इसे उच्च अधिकारियों के पास भेज दिया जाएगा.
बिजली की सप्लाई दिन के समय लेने के लिए धरने पर बैठे किसानों की मांग भी जायज है. किसान चाहता है कि वह दिन के समय ही अपने खेत में गेहूं की फसल को पानी देकर घर आ जाए. अब देखना है कि सरकार किसानों की इस मांग की ओर कब ध्यान देती है. कटाई के लिए सिर्फ अभी 1 महीने का समय ही बाकी है. अब गेहूं की फसल को एक-दो बार ही पानी लगेगा.