
पिछले कुछ सालों में किसानों का कृषि से मोहभंग होते हुए देखा गया है. ऐसी स्थिति में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर सरकार की तरफ से पुरस्कार भी दिया जाता है. इसी के तहत इस साल सहारनपुर के किसान सेठपाल सिंह को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. उन्हें यह पुरस्कार मार्च-अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा.
सहारनपुर के बलियाखेड़ी ब्लॉक के ग्राम नंदी फिरोजपुर निवासी सेठपाल सिंह उन्नत खेती के माहिर है.वह खेत में मात्र एक फीट पानी में सिंघाड़े को उगाने में सफलता प्राप्त कर चुके हैं. इसके अलावा मशरूम की खेती और कृषि की नई तकनीक के सफल इस्तेमाल को लेकर सेठपाल को जिलास्तर से लेकर प्रदेश स्तर पर कई पुरस्कार मिल चुके हैं.
सेठपाल को जगजीवन राम अभिनव पुरस्कार भी मिल चुका है. सेठपाल बीएससी से स्नातक है और उन्हें फेलोशिप पुरस्कार भी मिल चुका है. वह दलहन, तिलहन, सहफ़सली का, गन्ने का, गेहूं का, बाग़वानी का, पशुपालन, सिंघाड़े की खेती, कमल पुष्प, कमल ककड़ी की खेती, मत्स्य पालन, सब्जी उत्पादन के साथ ही मशरूम की खेती भी करते हैं.
इसके अलावा सेठपाल ने सहफसली मे क्षेत्र में भी काफी काम किया है. वे गन्ने की फसल के साथ सहफसली के तौर पर प्याज, सौंफ, आलू, सरसों, मसूर और हल्दी की बेहतरीन खेती कर क्षेत्र में एक उदाहरण पेश कर रहे हैं
मंगलवार को पद्मश्री की खबर जैसे ही गांव में पहुंची तो खुशी की लहर दौड़ गई. किसान सेठपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने खुद तो उन्नत खेती की लेकिन दूसरे किसानों को भी इसके जागरूक किया है.