अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद है. वहीं, कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी संभावना है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से गुजरना जारी है. IMD ने कहा कि मौसम की मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय हवा का पूर्वानुमान संकेत देता है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के अगले सात दिनों के दौरान राजस्थान के बाकी हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब में और आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना नहीं हैं.
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. इससे समस्तीपुर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. नदी के बांध के किनारे वार्ड संख्या 1 और 2 में सलुईस गेट से पानी का रिसाव होकर मोहल्ले में घुस गया है. बता दें कि लगातार हो रही बारिश के बीच नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली में हल्की बारिश या बूंदाबांदी का अनुमान जताया है. राष्ट्रीय राजधानी में आज यानी रविवार को न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 26 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 39 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने दिल्ली में बादलों की आवाजाही के बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी का अनुमान जताया है.
पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं. उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते यूपी के तराई वाले इलाकों में भी तबाही शुरू हो गई है.
मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत के उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.
बिहार की राजधानी पटना का बारिश से हाल बुरा है. पटना के VVIP इलाकों की सड़कों पर भी खूब पानी भरा है.
दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में मॉनसून के लिए एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ सकता है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक अगले 5-6 दिन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में मॉनसून (Monsoon) के आगे बढ़ने की संभावना नहीं है.
राजस्थान कई इलाकों में लोगों को गर्मी और उमस से मामूली राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार हल्की बारिश हो सकती है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब झारखंड और आस-पास के इलाकों पर बना हुआ है. जबकि उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से लेकर झारखंड के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से होते हुए बंगाल की उत्तरपूर्वी खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा जा रही है. वहीं, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.