Advertisement

IMD Rainfall Alert: उत्तर भारत के इन राज्यों में 4-5 दिनों तक बारिश के आसार, इन फसलों को हो सकता है नुकसान

Weather Updates: उत्तर भारत के कई राज्यों में सुबह से झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बिहार में अगले 4 से 5 दिनों तक ठीक-ठाक बारिश देखी जा सकती है. ऐसे में हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि किसानों पर इस बारिश का क्या असर पड़ेगा.

IMD Rainfall alert IMD Rainfall alert
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 4:13 PM IST
  • खेतों में न लगने दें पानी
  • सड़ सकते हैं छोटे पौधे

Rainfall Updates: जून के महीने में समान्य से कम बारिश होने के चलते किसान बेसब्री से मॉनसून का इंतजार कर रहे थे. मॉनसून ने दस्तक दी भी लेकिन कई राज्यों के लिए यह आफत भी बनकर आई. महाराष्ट्र के रत्नागिरी और पालघर जैसे जिलों में बारिश ने किसानों की हजारों एकड़ की फसलें बर्बाद कर दी है. वहीं असम में बारिश के बाद आए बाढ़ ने किसानों को ऐसी स्थितियों में लाकर खड़ा कर दिया है कि उनके सामने अब जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है.

Advertisement

उत्तर भारत के राज्यों में अगले 4-5 दिनों तक बारिश के आसार
उत्तर भारत के कई राज्यों में सुबह से झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बिहार में अगले 4 से 5 दिनों तक ठीक-ठाक बारिश देखी जा सकती है. ऐसे में हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि किसानों पर इस बारिश का क्या असर पड़ेगा.

खेतों में जलनिकासी रखें जलनिकासी की बेहतर व्यवस्था
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत में धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. बारिश आने से सिंचाई की जरूरतें पूरी हो जाएंगी. हालांकि किसानों को इस दौरान ध्यान रखना होगा कि खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था सही हो वरना पानी लगने से पौधे में सड़न की स्थिति आ सकती है. जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.

Advertisement

दलहन-तिलहन और सब्जियों को हो सकता है नुकसान
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर दया श्रीवास्तवा कहते हैं कि अगर आप सब्जी और दलहन तिलहन( अरहर, उड़द) की फसलों की खेती कर कर रहे हैं तो मॉनसून की तेज बारिश से आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये बारिश आपकी सब्जियों और दलहन-तिलहन की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर सकती है. इसके अलावा कई राज्यों में बारिश से आई बाढ़ की वजह से खेत जलमग्न हो गए हैं, ऐसा होने से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement