
बाजार में केसर की खेती 3 लाख रुपये किलोग्राम तक है. इसकी खेती के लिए कश्मीर सबसे उपयुक्त जगह मानी जाती है. अन्य प्रदेशों का जलवायु इसकी खेती के लिए सही नहीं माना जाता है. हालांकि, गौतबुद्धनगर के रहने वाले इंजीनियर रमेश गेरा ने नोएडा में केसर की सफल खेती कर कमाल कर दिखाया है.
विपरीत जलवायु, फिर भी नोएडा में कैसे उगा दिया केसर
केसर को सिर्फ ठंडे इलाके वाली जगह में ही उगाया जा सकता है. इसके लिए विशेष प्रकार की मिट्टी की भी आवश्यकता होती है. ऐसे में नोएडा में केसर की खेती के लिए रमेश गेरा ने यहां 10/10 के कमरे मेैं कश्मीर जैसे जलवायु को विकसित किया. साथ ही कश्मीर से मिट्टी मंगवाकर केसर की खेती करनी शुरू की. फिलहाल, इंजीनियर रमेश गेरा केसर की खेती से सालाना लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.
कोरिया से सीखी एडवांस फार्मिंग, नोएडा में किया प्रयोग
64 साल के इलेक्ट्रिक इंजीनियर रमेश गेरा ने नोएडा में एडवांस फार्मिंग की मदद से केसर की खेती शुरू की. इसके लिए उन्होंने दक्षिण कोरिया से एडवांस फार्मिंग की बकायदे ट्रेनिंग ली. साल 2017 में रिटायरमेंट के बाद पूरी तरह से केसर की खेती करने लगे. शुरुआती दो साल सफल नहीं हो पाए. इसके बाद रमेश गेरा कश्मीर पहुंचे. केसर की खेती को लेकर रिसर्च की. वापस लौटकर उन्होंने फिर से केसर उगाना शुरू कर दिया. इस बार वह केसर की अच्छी उपज हासिल करने में सफल रहे.
कैदियों को भी केसर उगाना सिखा रहे हैं रमेश
रमेश गेरा मूल रूप से हरियाणा के हिसार के रहने वाले हैं. वह किसानों के लिए कुछ अलग और नया करना चाहते थे. वह किसानों को हाइड्रोफोनिक, ऑर्गेनिक और सॉइल लेस मल्टीलेवल खेती की तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण देते रहते हैं. बड़ी संख्या में लोग उनसे खेती के गुण सीखने पहुंचते हैं. इसके अलावा वह हरियाणा के जेलों के कैदियों को भी केसर उगाना सिखा रहे हैं. लोगों के सिखाने के अलावा रमेश गेरा खुद केसर के साथ सब्जियों की खेती करते हैं.