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महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटन तालुका के दो सगे भाई अमोल अहिरेकर और चंद्रकांत अहिरेकर लोगों के लिए मिसाल बन गए हैं. इन दोनों भाइयों ने 8 एकड़ में अनार की खेती कर तकरीबन 80 से 90 लाख रुपये का मुनाफा हासिल किया है. दोनों भाई खुद तो बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं, साथ ही 25 से 30 महिलाओं को रोजगार भी दे रहे हैं.
80 टन से ज्यादा अनार का उत्पादन
अहिरेकर परिवार के पास कुल 42 एकड़ खेत है. 20 एकड़ में वह अनार की खेती करते हैं. इसमें से 8 एकड़ में लगाए गए अनार के पेड़ों पर फल आए थे. कुल 2200 पौधों पर 300 ग्राम से लेकर 700 ग्राम तक अनार के फल लदे हुए थे. 8 एकड़ में 80 टन से ज्यादा अनार का उत्पादन हुआ है. इस अनार को वह देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ नेपाल और बांग्लादेश में भी निर्यात कर रहे हैं.
डेढ़ एकड़ जमीन से की थी अनार की खेती की शुरुआत
अहिरेकर परिवार के पास पुरखों की डेढ़ एकड़ जमीन थी. 1996 मे उन्होंने पहली बार इस डेढ़ एकड़ जमीन में अनार की फसल लगाई. इससे उन्हें लाखों का मुनाफा हासिल हुआ. इन पैसों से उन्होंने 4 एकड़ जमीन खरीदी. उस 4 एकड़ में फिर अनार के पौधे लगाए. इससे भी उन्हें लाखों का मुनाफा हासिल हुए. मुनाफा बढ़ने के साथ-साथ अहिरेकर परिवार जमीन खरीदता गया. अब उनके पास खेती के लिए 42 एकड़ जमीन है. 20 एकड़ में अनार की फसल है. वहीं, 22 एकड़ में वे गन्ने की खेती कर रहे हैं.
अहिरेकर परिवार से प्रभावित हुए शरद पवार
आहिरेकर परिवार पिछले कई वर्षों से अनार की फसल अच्छे आने के बाद अनार के फल लेकर पूर्व कृषी मंत्री शरद पवार से मुलाकात करते थे. इस साल भी उन्होने शरद पवार से पुणे मे मुलाकात की और उन्हे अनार के फल भेंट दिए. 700 ग्राम का अनार देखकर शरद पवार प्रभावित हुए. शरद पवार ने दो घंटे तक दोनों भाइयों से बातचीत की. पूरे परिवार और खेती के बारे में बारे में जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने आहिरेकर परिवार को ईरान में अनार निर्यात करने की सलाह दी.