खेती-किसानी के बाद देश के ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा पशुपालन पर निर्भर है. गांवों में किसान अच्छा मुनाफा कमाने के लिए गाय पालन, मछली पालन, भेड़ पालन, बकरी पालन कर रहे हैं. इन सबके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के किसानों के बीच सुअर पालन भी काफी लोकप्रिय है. यह जानवर सबसे तेजी में मुनाफा देने वाले पशुओं में शामिल माना जाता है.
सुअर पालन में लागत कम है और कमाई ज्यादा. इसके बारे में डिटेल्ड जानकारी के लिए आप किसी पिगरी यूनिट से भी संपर्क कर सकते हैं.यह हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह से सुअर पालन करने पर आप बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.
इस जानवर को गर्मी ज्यादा लगती है. ऐसे में इन्हें छाया वाली जगहों पर रखें. इसके अलावा इनके लिए पीने के पानी की भी समूचित व्यवस्था होनी चाहिए. इन्हें गला घोंटू, खुर पका-मुंह पका, त्वचा से संबंधित रोग, स्वाइन फीवर होने का खतरा ज्यादा होता है. इन बीमारियों से सुअरों को टीकाकरण कर बचाया जा सकता है.
सुअरों के आहार के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है. सब्जी, फल के छिलके, सड़े गले फल-सब्जी, होटल का बचा खाना कुछ भी इन जानवरों को दिया जा सकता है. बस प्याज के छिलके, लहसुन के छिलके इनको नहीं देने चाहिए.
अगर आपको मुनाफा कमाना है तो 10+1 फॉर्मूला से सुअर पालन कीजिए. मतलब 10 फीमेल और 1 मेल पालिए. यह जानवर साल में दो बार बच्चे देता है. एक बार में कम से कम इसके 8 बच्चे होते हैं. यानी इनकी संख्या में तेजी इजाफा होता है.
अगर आपके पास 10 फीमेल हैं और एक ने 8 बच्चे भी दिए तो एक साल में 160 बच्चे हो जाएंगे. क्योंकि ये साल में दो बार बच्चें देंगे. एक बच्चा बाजार में अगर 2 हजार रुपये का बिकता है. तो 160 बच्चों के 3 लाख 20 हजार रुपये. मान लीजिए एक लाख खर्च भी हुए तो भी दो लाख रुपये का मुनाफा आराम से हो जाएगा.