ग्रामीण क्षेत्रों में मुर्गी पालन का व्यवसाय बेहद तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. बैकयार्ड तरीके से मुर्गी पालन कर किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. साथ ही यह किसानों के लिए किफायती भी साबित हो रहा है.
अगर आपके घर के अगल-बगल या पीछे कोई खाली जमीन है तो आप भी मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं. घर के अगल-बगल इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए इस व्यवसाय में ज्यादा लागत भी नहीं आएगी. साथ ही इसकी देखरेख के लिए ज्यादा श्रम की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है.
आप कड़कनाथ, ग्रामप्रिया, स्वरनाथ, केरी श्यामा, निर्भीक, श्रीनिधि, वनराजा, कारी उज्जवल और कारी जैसी मुर्गियों को पाल सकते हैं. इन मुर्गियों के पालन पर राज्य और केंद्र सरकार तरह-तरह की सब्सिडी भी देती हैं.
नेशनल लाइवस्टॉक मिशन स्कीम के तहत भी किसानों को पॉल्ट्री फार्मिंग के लिए 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाता है. नाबार्ड के तहत भी मुर्गी पालन के लिए किसानों को बंपर सब्सिडी दी जाती है. ज्यादा जानकारी दोनों विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करें.
बाजार में देसी मुर्गियों के एक चूजे की कीमत तकरीबन 30 से 60 रुपये है. सालभर में एक देसी मुर्गी लगभग 160 से 180 अंडे देती हैं.
एक्सपर्ट की मानें तो आप अच्छी खासी संख्या में मुर्गियों को पालते हैं तो ये सालाना आपको लाखों का मुनाफा दे सकती हैं. इसके अलावा आप इनके मांस को बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.