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Subsidy On Agriculture Machinery: पुराने वक्त में किसान जानवरों का उपयोग कर अपने खेतों फसलीकरण के लिए तैयार करते थे. फसलों की रोपाई से लेकर उनकी कटाई तक के लिए किसान मजदूरों पर निर्भर रहते थे. अब बदलते वक्त के साथ खेती-किसानी में इनकी जगह कृषि यंत्रों ने ले ली है. इन यंत्रों के बिना अब खेती किसानी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. हालांकि, ज्यादातर किसान अपने माली हालत की वजह से कृषि यंत्रों को नहीं खरीद सकते हैं. ऐसे में इन किसानों को राहत देते हुए केंद्र सरकार इनके स्माम योजना (SMAM Yojana) चलाती है. इस योजना के तहत कृषि यंत्रों पर 50 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है.
बता दें कि किसान के सामने समय से फसलों की बुवाई और कटाई की समस्या अक्सर सामने आती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी किसानों तक कृषि यंत्रों की पहुंच नहीं है. ऐसे में वह किराए पर कृषि यंत्र मंगाते हैं या तो फिर मजदूरों का सहारा लेते हैं. ऐसे में फसलों पर उनकी लागत बढ़ जाती हैं और आर्थिक तौर पर उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सरकार की यह योजना गरीब और आर्थिक दृष्टि से कमजोर किसानों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है.
स्माम योजना के लिए पात्रता
स्माम योजना में कितनी मिलेगी सब्सिडी?
केंद्र सरकार की स्माम योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए 50 से लेकर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है. इसमें महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाती है. इसके अलावा अनुसूचित जाति व जनजाति के किसानों को भी इसमें प्राथमिकता के आधार पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक दृष्टि से कमजोर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराना है. इसके लिए सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाती है.
कैसे करें आवेदन?
आवेदन करते समय किसान के पास आधार कार्ड, निवास प्रमाण-पत्र, खेत के कागजात, खसरा खतौनी की कॉपी, बैंक खाते का विवरण इसके लिए पासबुक की कॉपी, आवेदक का आईडी प्रूफ जरूर होनी चाहिए. इसके अलावा इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए भी किसान https://agrimachinery.nic.in/ के वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं.