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पराली से बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं किसान, इस राज्य में MSP पर खरीदारी

Haryana Government News: हरियाणा सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर पराली खरीदने का फैसला लिया है. पानीपत स्थित इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा खरीदी की प्रकिया पूरी की जाएगी. इसके अलावा किसानों को पराली न जलाने पर भी किसानों को एक हजार रुपये दिए जा रहे हैं.

Paddy Stubble On MSP Paddy Stubble On MSP
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:44 AM IST

Paddy Stubble On MSP: दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में तेजी से इजाफा हुआ है. आज यानी मंगलवार को नरेला में AQI 571 पहुंचा चुका है. प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने में उत्तर भारत के राज्यों में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली का भी अहम रोल है. हालांकि, इस बार सरकारें पराली जलाने वालों के खिलाफ इस बार सख्त हैं. पराली जलाने पर विभिन्न राज्यों में जुर्माना भी लगाया जा रहा है. 

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न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी पराली

हरियाणा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर पराली खरीदने का फैसला लिया है. हरियाणा राज्य एमएसपी पर 14 फसलों की खरीद करता है, इसमे धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, सूरजमुखी और मूंग शामिल है. किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पराली खरीदने का काम पानीपत स्थित इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड करने जा रही है. 

पराली न जलाने पर प्रति एकड़ 1 हजार रुपये

हरियाणा सरकार फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत सीटू व एक्स सीटू मैनेजमेंट के जरिए किसानों को प्रति एकड़ एक हजार रुपए उपलब्ध करा रही है. अगर आप हरियाणा के किसान हैं, और फसल अवशेष प्रबंधंन स्कीम के तहत सीटू व एक्स सीटू मैनेजमेंट के जरिए एक हजार रुपये प्रति एकड़ राशि पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना पड़ेगा. इस स्कीम का लाभ उठाकर धान की खेती करने वाले किसान आसानी से फसलों के अवशेष का प्रबंधन सीख सकते हैं और बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं.

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बता दें कि सीटू व एक्स सीटू मैनेजमेंट के तहत पराली का निस्तारण करना बेहद आसान है. किसान इसके जरिए बेलर की मशीनों से पराली की गांठें बनाना सीख पाएंगे. आगे चलकर इसे बाजार में बेचा जाएगा. इसके अलावा किसानों को धान के फानों को जमीन में दबाने की प्रकिया भी बताई जाएगी. इससे जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी.

 

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