Subsidy For Paddy Farmers: धान की बुवाई पर 4 हजार रुपये दे रही है सरकार, इस तारीख तक कर दें आवेदन

Subsidy on direct sowing of paddy crop: उत्तर भारत के कई राज्य लगातार गिरते भूजल स्तर से जूझ रहे हैं. ऐसे में इस बार खरीफ फसलों की बुवाई के दौरान किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2022,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST
  • धान की सीधी बिजाई पर मिलेगी आर्थिक मदद
  • डीसीआर मशीनों पर भी मिल रहा है अनुदान

Subsidy For Paddy Farmers: खरीफ की बुवाई का वक्त नजदीक आ चुका है. किसान खेतों में जुताई और निड़ाई करने में व्यस्त हैं. इन सबके बीच हरियाणा सरकार ने किसानों को धान की सीधी बिजाई करने पर प्रति एकड़  4000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया है. इसके अलावा डीसीआर मशीन पर भी 40 हजार रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है.

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कब और कहा करें आवेदन
बता दें कि उत्तर भारत के कई राज्यों में भूजल स्तर चिंता का विषय बना हुआ है. इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने धान की सीधी बुवाई करने पर 4000 रुपये प्रति एकड़ अनुदान देने का फैसला किया है. इच्छुक किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर 30 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं सकते हैं. आवेदन के बाद कृषि अधिकारियों और पटवारी द्वारा बुवाई की समीक्षा कर किसानों के बैंक खाते में प्रोत्साहन राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी.

हरियाणा सरकार इससे पहले भी धान की सीधी बिजाई पर प्रोत्साहन राशि देती रही है. पिछली बार ये राशि 5 हजार के आसपास थी, लेकिन इस बार इसके घटा कर 4 हजार रुपए प्रति एकड़ कर दिया गया है.

पंजाब सरकार भी धान की सीधी बिजाई पर कर रही है आर्थिक मदद
पंजाब सरकार भी धान की सीधी बुवाई करने पर प्रति एकड़ 1500 रुपए की प्रोत्साहन राशि दे रही है. विशेषज्ञों के अनुसार धान की सीधी बुवाई करने से 25 से 30 प्रतिशत पानी का बचत होता है. ऐसा करने से किसानों के समय का भी बचत होता है और लागत भी कम आती है.

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बता दें कि धान की बुवाई दो प्रकार से होती है. पहला तरीका है धान की बुवाई के लिए नर्सरी तैयार करनी पड़ती है. नर्सरी के तहत धान की बुवाई करने से खेतों में पानी की आवश्यकता अधिक होती है. वहीं सीधी बिजाई के तहत किसान धान के बीज को सीधे खेत में छिड़काव करके या सीड ड्रिल यानी डीसीआर मशीनों से बोते हैं. 

 

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