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मेरा पानी मेरी विरासत योजना (Mera Pani Meri Virasat Yojana) के तहत हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने किसानों के लिए 7000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया है. लेकिन ये धनराशि उन्हीं किसानों को मिलेगी जो धान की खेती छोड़ उसकी जगह पर वैकल्पिक फसलों की खेती करेंगे. इस योजना के तहत सरकार ने किसानों से 25 जून तक आवेदन करने को कहा है. दरअसल, किसानों को धान की खेती छोड़ने में कोई परेशानी न हो इसलिए इस आर्थिक सहायता पैकेज का ऐलान किया गया है.
क्यों शुरू की गई योजना?
हरियाणा में कई ऐसे इलाके हैं जहां पानी की कमी है और इसकी वजह से धान की खेती संभव नहीं है. लेकिन इसके बावजूद किसान उन इलाकों में धान की खेती करते हैं, जिसकी वजह से पानी का लेवल और नीचे जा रहा है. इस समस्या के निदान के लिए सरकार ने राज्य के डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में रहने वाले किसान से धान की खेती न करने की अपील की है, क्योंकि धान की खेती पानी की खपत ज्यादा होती है. ऐसे में राज्य के किसान धान की जगह मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, सब्जी आदि की खेती कर सकते हैं. साथ ही सरकार की योजना के तहत मिलने वाले 7000 रुपये प्रति एकड़ का लाभ भी ले सकते हैं.
किन इलाकों में लागू है ये योजना
> ऐसे इलाके जहां भू-जल की गहराई 40 मीटर से ज्यादा है.
> जहां 50 हार्स पावर से अधिक क्षमता वाले ट्यूबवेल का इस्तेमाल किया जा रहा हो.
> राज्य के जिन ब्लॉक में पानी 35 मीटर से नीचे है, वहां पंचायती जमीन पर धान की खेती की अनुमति नहीं होगी.
मेरा पानी मेरी विरासत योजना के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र
> रतिया
> सीवन
> गुहला
> पीपली
> शाहजहानाबाद
> बाबैन
> इस्माईलाबाद
> सिरसा
Mera Pani Meri Virasat Scheme Haryana: क्या होगा लाभ?
> इस योजना के तहत अगर खेती की जमीन के 50 फीसदी या फिर उससे अधिक हिस्से पर धान की जगह मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां आदि की खेती करने पर किसान को 7000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि मिलेगी.
> इस योजना के लाभ को पाने के लिए किसान को पिछले वर्ष की तुलना में धान की खेती के आधे या उससे अधिक हिस्से में अलग-अलग चीजों की खेती करनी होगी यानी फसल विविधीकरण (अलग-अलग चीजों की खेती) करना होगा.
> किसान द्वारा फसल विविधीकरण के लिए सिंचाई यंत्र खेत में लगाए जाते हैं तो इस स्थिति में किसान को कुल लागत का सिर्फ जीएसटी ही देना होगा.
> किसान ने अगर फसल विविधीकरण के अंतर्गत फसल का बीमा कराया जाता है तो किसान के हिस्से की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा.
> किसान द्वारा इस योजना के अंतर्गत उगाई गई फसल पर सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी.
> जहां भू जलस्तर 35 मीटर गहराई या फिर उससे ज्यादा है वहां धान के अलावा कम पानी का उपयोग करने वाली फसलों को उगाने पर किसान को ₹7000 प्रति एकड़ प्रदान किए जाएंगे.
> मक्का और दलहन की खेती में आवश्यक बुवाई से जुड़ी फार्म मशीनरी के लिए, माइक्रो-इरीगेशन और ड्रिप इरीगेशन के लिए 80 फीसदी सब्सिडी भी भी जाएगी.
> इस योजना के तहत मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास और सब्जी की खेती की जाएगी. इन फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी.
> योजना के तहत प्रोत्साहन राशि पाने के लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा.
पात्रता के लिए आवश्यक दस्तावेज
> आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए.
> आधार कार्ड
> पहचान पत्र
> बैंक अकाउंट पासबुक
> कृषि योग्य भूमि के कागज
> मोबाइल नंबर
> पासपोर्ट साइज फोटो
Mera Pani Meri Virasat Scheme: कैसे करें आवेदन?
> सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
> होम पेज पर आपको New Registration के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
> क्लिक करने के बाद खुलने वाले पेज पर आपको अपना आधार नंबर भरना होगा और फिर नेक्स्ट पर क्लिक करना होगा.
> बटन पर क्लिक करने के बाद आपको फार्मर डिटेल्स भरनी होगी.
> इसके बाद आपको टोटल लैंड होल्डिंग और फसल की जानकारी देनी होगी.
> इसके बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा और आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.
इस योजना से जुड़ी जानकारी के लिए हरियाणा सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. आप Mera Pani Meri Virasat Scheme से जुड़ी जानकारी के लिए 1800-180-2117 पर कॉल कर सकते हैं.