आज की तारीख में हर कार के साथ SUV जोड़ दिया जाता है, आप जब कार खरीदने जाते हैं तो डीलर्स की तरफ से बताया जाता है कि यह कॉम्पैक्ट SUV है और यह मिनी SUV है. लेकिन क्या आपको पता है असल में किसे SUV कहा जाता है. अधिकतर लोगों को इसका मतलब नहीं पता होता.
SUV का मलतब होता है स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल, यह एक बड़ी कार कैटगरी है. इस कार की खासियत होती है कि इसमें बेहतर ग्राउंड क्लियरेंस दिया जाता है. यह कार ऑफ रोडिंग और सॉफ्ट रोडिंग दोनों खूबियों से लैस होती है. असल में इस कैटेगरी के तहत आने वाली कारें सफारी, फॉर्च्यूनर, एंडेवर, थार, पजेरो, स्कार्पियो, लैंड रोवर और डिस्कवरी स्पोर्ट है.
सरल भाषा में कहें तो SUV कारें हैचबैक और सेडान कारों से बड़ी होती है. SUV की बॉडी ऑन फ्रेम चेसिस पर बनी होती है. बेहतर ग्राउंड क्लियरेंस के साथ ये ज्यादा जर्क सह सकती है. एसयूवी के बड़े टायर, ऊंची सीट और ये जमीं से काफी ऊंची होती हैं, इनमें 5-7 लोगों की बैठने की जगह होती है. साथ ही यह कार सबसे सुरक्षित मानी जाती है.
SUV कार अक्सर 4 wheel drive होती हैं, जिसकी जरुरत पहाड़ी इलाकों या मुश्किल रास्तों पर होती है. 4 व्हील ड्राइव कार में इंजन के द्वारा चारों टायरों को बराबर पॉवर मिलती है, जिससे गाड़ी की हर तरह की रोड पर पकड़ और उम्दा परफोरमेंस देती है. SUV का इंजन सामान्य कारों से अधिक हॉर्स पावर का होता है.
गौरतलब है कि SUV शब्द का इस्तेमाल 1970 के दशक में रेंज रोवर में होता था. उसके बाद SUV का उपयोग 1990 में टोयोटा आरएवी 4 और लैंड रोवर फ्रीलैंडर जैसी गाड़ियों में होने लगा. 1988 में अमेरिका में कुल 960,852 एसयूवी बेचे गए और 1997 में 2,435,301 SUV बेचे गए. 1990 के दशक से दुनियाभर में SUV गाड़ियों की मांग बढ़ने लगी.
बता दें, SUV को ऑफ रोड के लिए बेहतर गाड़ी मानी जाती है. हुंडई क्रेटा, टाटा हैरियर, होंडा CR-V, हुंडई वेन्यू, रेनॉ डस्टर, किआ सेल्टॉस, टाटा नेक्सॉन और मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा आदि SUV कैटेगरी में आती है.