बात जब भी लग्ज़री कारों की होती है तो सबसे पहला नाम जो सभी के जेहन में आता है वो है 'रोल्स रॉयस' का. एक से बढ़कर एक फीचर्स... पावरफुल इंजन और जबरदस्त लुक वाली रोल्स रॉयस की कारें एक तरह से लग्ज़री की पर्याय बनी चुकी हैं. अब कंपनी ने अपने व्हीकल पोर्टफोलियो में एक और जबरदस्त कार Rolls-Royce Drop Tail को शामिल किया है, जिसे दुनिया की सबसे महंगी कार बताया जा रहा है. प्रेम और रहस्य (Love and Mystery) के डिज़ाइन कॉन्सेप्ट से प्रेरित ये कार कारों की दुनिया का ताजमहल है.
ब्रिटिश लक्जरी कार निर्माता रोल्स-रॉयस ने ड्रॉपटेल रोडस्टर को लॉन्च किया है, जिसे ला रोज़ नॉयर के नाम से भी जाना जाता है, इसकी कीमत 30 मिलियन डॉलर (लगभग 250 करोड़ रुपये) से अधिक है, जो इसे दुनिया की सबसे महंगी कार बनाती है. ला रोज़ नॉयर ने कीमत के मामले में ब्रांड की अब तक की सबसे महंगी कार रोल्स-रॉयस बोट टेल को पीछे किया है, जिसकी कीमत 28 मिलियन डॉलर (232.73 करोड़ रुपये) है.
Rolls-Royce ने अब अपनी नई कार ड्रॉप टेल को लॉन्च किया है. रोल्स-रॉयस ड्रॉप टेल ब्रांड का पहला आधुनिक 2-सीटर रोडस्टर कार है, जो कोचबिल्ड ड्रॉप-टॉप्स की याद दिलाता है जिसने कंपनी को तकरीबन एक सदी पहले एक प्रमुख लक्जरी कार ब्रांड के तौर पर स्थापित करने में मदद किया था.
Rolls-Royce की इस कार को कंपनी ने अपने चार अन्य क्लाइंट्स के साथ मिलकर तकरीबन 4 साल की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है. कंपनी का कहना है कि, ये कार कंपनी के इनहाउस कोच बिल्डिंग सीरीज के पॉयनियरिंग को दर्शाती है.
रोल्स-रॉयस ड्रॉप टेल का फ्रंट एंड डिज़ाइन काफी हद तक पारंपरिक है, जिसे आप दूर से ही देख कर अंदाजा लगा लेंगे कि, रोल्स रॉयस आ रही है. हालांकि इस कार के फ्रंट ग्रिल कंपनी ने थोड़ा बदलाव किया है. फ्रंट ग्रिल की पट्टियाँ आम तौर पर सीधी होती हैं, लेकिन ड्रॉप टेल में ग्रिल को थोड़ा घुमावदार बनाया गया है.
कंपनी ने इस कार को डॉन कन्वर्टिबल का नया रूप देने के बजाय, ड्रॉप टेल को कोचबिल्ड डिवीजन के लिए पहली बार स्टील, एल्यूमीनियम और कार्बनफाइबर से बने एक बिल्कुल नए मोनोकॉक चेसिस पर तैयार किया है. जिसका उपयोग कलिनन, घोस्ट और फैंटम के लिए भी किया जाता है.
इस कार की लंबाई 5.3 मीटर और चौड़ाई 2.0 मीटर है. ये आंकड़े इस बात के गवाह है कि, ये कार कार अपने भीतर कितना स्पेस समेटे हुए है. इसमें पूरी तरह से कस्टम सिल्हूट 'चॉप-टॉप' हॉट रॉड्स से प्रेरित कूपे-एस्क रूफलाइन दिया गया है. जो कि नए मॉडल को पारंपरिक रोल्स-रॉयस मॉडल की तुलना में ज्यादा स्पोर्टी बनाता है.
रोल्स रॉयस ने इस कार में जो रिमूवेबल रूफ पैनल दिया है वो कार्बनफाइबर का है, जिससे ड्राइवर के लिए इसे हटाना और बदलना आसान हो जाता है. इसमें इलेक्ट्रोक्रोमिक ग्लास का एक बड़ा सेक्शन भी मिलता है, जो महज एक बटन के ट्च करने मात्र से रंग बदलता है.
रोल्स-रॉयस ने अपने पिछले मॉडल में इस बात पर गौर किया था कि, इसका झुका हुआ पिछला हिस्सा पर्याप्त डाउनफोर्स उत्पन्न नहीं करता था. इसलिए स्पॉइलर लगाने के बजाय, रोल्स रॉयस ने बिना कार की सुदंरता से किसी तरह का समझौता किए आवश्यक डाउनफोर्स उत्पन्न करने के लिए पीछे के डेक के डिज़ाइन में बदलाव किया है.
कार के केबिन को रेड और ब्लैक थीम से सजाया गया है, जब इसका रूप खुलता है तो इसका केबिन अपने बड़े आकार के साथ सामने आता है. सीटों पर एक विशाल लकड़ी का पैनल लगा हुआ है, जो कि केबिन को और भी प्रीमियम बनाते हैं.
बताया जा रहा है कि, इन सीटों का निर्माण रोल्स रॉयस के एक ख़ास क्राफ्ट्समैन द्वारा किया गया है, जिन्होनें इस पर तकरीबन 9 महीनों तक काम किया है. रोल्स रॉयस कोचबिल्ड डिज़ाइन बॉस एलेक्स इन्स ने कहा, यह गुडवुड फैक्ट्री में "अब तक तैयार किए गए किसी भी कार में सबसे जटिल काम था.
कंपनी ने इस कार के केबिन को 'ट्रू लव रेड' पेंट और गहरे शेड को 'मिस्ट्री' नाम दिया गया है. इंटीरियर में दिया गया लकड़ी का पैनल जो काले गूलर की लकड़ियों से बनाया गया है. यहां तक कि केबिन में दिए गए लैदर पर भी उसके रंग में चमक और बनावट को बखूबी शामिल करने के लिए बारीक काम किया गया है.
Rolls-Royce Drop Tail में कंपनी ने अपना पारंपरिक ट्विन-टर्बोचार्ज्ड 6.75-लीटर की क्षमता का V12 इंजन का इस्तेमाल किया है जो कि, 601hp की पावर और 840Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. यही इंजन फैंटम मॉडल में भी मिलता है, लेकिन इसका पावर आउटपुट फैंटम की तुलना में 38hp ज्यादा है.
हालांकि कंपनी ने इस कार के परफॉर्मेंस के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि ये कार 5.0 सेकंड 0-100kph की रफ्तार पकड़ने में सक्षम होगी और इसकी टॉप स्पीड 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की हो सकती है.